Literature Awards: रांची के नवीन को उस्ताद बिस्मिल्लाह खान तो सुदामा प्रसाद को मिला भिखारी ठाकुर स्मृति सम्मान
Literature Awards: आरा में भिखारी ठाकुर सांस्कृतिक मंच पर विगत तीन दिनों से चल रहे भिखारी ठाकुर लोकोत्सव के 24वें संस्करण का भव्य समापन इस संकल्प के साथ हुआ कि मातृभाषा भोजपुरी के सम्मान और संवर्धन के उद्देश्य से निर्णायक लड़ाई लड़ी जाएगी.
Literature Awards: बिहार के आरा में भिखारी ठाकुर सामाजिक शोध संस्थान द्वारा भिखारी ठाकुर लोकोउत्सव 2024 का आयोजन किया गया था. भिखारी ठाकुर की जयंती के अवसर पर आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान मंच पर डॉक्टर नवीन को पद्मश्री उस्ताद श्री बिस्मिल्लाह खान पुरस्कार के साथ अंगवस्त्र, प्रशस्ति पत्र और मेडल देकर पुरस्कृत किया गया. वहीं सुदामा प्रसाद को भिखारी ठाकुर स्मृति से सम्मानित किया गया. इस दौरान भोजपुरी संयुक्त संघर्ष मोर्चा का गठन किया गया, जिसकी कोर कमिटी में विभिन्न क्षेत्रों के भोजपुरीसेवियों को शामिल किया गया. जिनमें रांची से डॉक्टर नवीन सिंह, डॉ अजय ओझा, गोरखपुर से नंदलाल मणि त्रिपाठी, देवरिया से जनार्दन सिंह, छपरा से उमाशंकर साहू, बक्सर से राजेश कुमार, रोहतास से स्यंदन सुमन, आरा से पत्रकार नरेंद्र सिंह, सोहित सिन्हा, पप्पू सिंह प्रमुख हैं.
डॉक्टर नवीन शिक्षक, साहित्यकार और शिक्षाविद है-
डॉक्टर नवीन शिक्षक, साहित्यकार और शिक्षाविद है. उनकी लिखी पुस्तकें देश के कई विश्वविद्यालय में स्नातक एवं स्नातकोत्तर के पाठ्यक्रम में भी शामिल है. डॉ नवीन हजारीबाग से पहले झारखंड के आदिवासी बहुल इलाका गोड्डा के सुंदर पहाड़ी में आदिवासी बच्चों को शिक्षा के मुख्य धारा में शामिल करवाने के लिए लगातार प्रयासरत भी रहे हैं. पिछले दो सालों से उनके इस महान कार्य के लिए बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश में कई पुरस्कार मिल चुका है. वर्तमान में उनकी तीन उपन्यास प्रक्रियाधीन है, इसके अलावा इनके लेख देश के विभिन्न पत्र पत्रिकाओं में प्रकाशित होते रहते हैं. झारखंड सरकार के जीसीईआरटी के कक्षा 6, 7 और 8 में हिंदी पाठ्यपुस्तक के निर्माण में सदस्य भी रहे हैं.
भोजपुरी से जुड़े मुद्दों पर आवाज उठाने की मांग
भिखारी ठाकुर सामाजिक शोध संस्थान द्वारा आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम सत्र की शुरुआत महापौर इंदु देवी, साहित्यकार एवं संस्कृतिकर्मियों नवीन सिंह, प्रीति सिंह, जनार्दन मिश्र, अंकिता पंडित, देवीदयाल राम, श्याम नारायण शर्मा, प्रो किरण कुमारी, वाल्मीकि शर्मा कयामुद्दीन अंसारी तथा सांसद प्रतिनिधि दिलराज प्रीतम एवं अन्य द्वारा दीप जलाकर हुई. भोजपुरी की संवैधानिक मान्यता के सवाल पर अतिथियों ने विचार रखे. सांसद प्रतिनिधि ने सांसद सुदामा प्रसाद का शुभकामना संदेश पढ़ा तथा संसद के सत्र में भोजपुरी से जुड़े मुद्दों पर आवाज उठाने के लिए प्रतिबद्धता व्यक्त की. अध्यक्ष नरेंद्र सिंह के आग्रह पर दिलराज प्रीतम ने कहा कि भोजपुरी में पत्र व्यवहार करने के लिए राजधानी दिल्ली में एक बॉक्स लगाया जाएगा.
सुदामा प्रसाद को मिला भिखारी ठाकुर स्मृति सम्मान
भिखारी ठाकुर सामाजिक शोध संस्थान का भिखारी ठाकुर स्मृति सम्मान सांसद सुदामा प्रसाद को भोजपुरी के लिए किए जा रहे संकल्प के लिए दिया गया. अन्य वार्षिक सम्मानों में भिखारी ठाकुर सांस्कृतिक मंच का विशेष सम्मान गोरखपुर की लोकगायिका अंकिता पंडित को, रंगकर्मी शशिनाथ त्रिवेदी सम्मान रंगकर्मी अंबुज कुमार को, समकालीन तापमान पत्रकारिता सम्मान युवा पत्रकार बंटी भारद्वाज को, साहित्यकार मधुकर सिंह स्मृति सम्मान कवि जनार्दन मिश्र को, पद्मश्री उस्ताद बिस्मिल्ला खां स्मृति सम्मान नवीन सिंह को, कवयित्री उर्मिला कौल स्मृति सम्मान डॉ रेणु मिश्र को, बाबू शत्रुंजय प्रसाद सिंह स्मृति सम्मान डॉ जया जैन को तथा, भोजपुरी सेवक सम्मान गीतकार कवि राज कवि, रंगकर्मी रंजन यादव, समाजसेवी कृष्ण प्रताप सिंह, फिल्म अभिनेता रामेश्वर, भोजपुरी शोधछात्र सोहित सिन्हा तथा व्यास कमलेश व्यास और उनकी टीम को दिया गया.