Bihar Bjp News: बिहार में एनडीए सरकार गठन होने के साथ ही मंत्रिपरिषद में शामिल होने वाले नामों की चर्चाएं तेज हो गयी हैं. खास कर बिहार भाजपा के कई वरिष्ठ नेता इन पदों के लिए पटना से लेकर दिल्ली तक लॉबिंग में जुट गये हैं. 2020 में गठित हुई भाजपा-जदयू की एनडीए सरकार में शामिल कुल 31 मंत्रियों में 16 भाजपा के थे. इस हिसाब से देखें तो कैबिनेट में शामिल हुए दो उप मुख्यमंत्री और एक मंत्री के बाद भी भाजपा कोटे के 13 मंत्री पद खाली हैं. इन पदों पर भाजपा के पूर्व मंत्रियों के साथ ही संगठन में विभिन्न पदों पर शामिल हुए नेताओं की भी नजर है.
पिछली एनडीए सरकार में विधानसभा अध्यक्ष का पद भाजपा के पास था. इस पद को लेकर कई वरिष्ठ नेताओं का नाम चल रहा है. इसके साथ ही सम्राट चौधरी के उप मुख्यमंत्री बनने के बाद नये प्रदेश अध्यक्ष को लेकर भी चर्चाएं तेज हैं. रविवार को मंत्रिपरिषद की शपथ के बाद भाजपा प्रदेश मुख्यालय पहुंचे भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ मंत्रिपरिषद के विस्तार की आगामी योजनाओं पर चर्चा की. एक से दो दिनों में मंत्रिपरिषद में शामिल होने वाले भाजपा नेताओं के साथ ही विधानसभा अध्यक्ष और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के पदों पर नियुक्ति की घोषणाएं संभावित है.
बिहार में सत्ता परिवर्तन के बाद जिलों में भी अब दोनों गठबंधनों के नेताओं और कार्यकर्ताओं की नजरें पटना और दिल्ली में अपने आलाकमान पर है. इस बात की चर्चा तेज है कि नए मंत्रिमंडल में किन नेताओं को जगह मिलेगी. पहले उपमुख्यमंत्री पद को लेकर अटकलों का दौर चलता रहा. लेकिन जब सम्राट चौधरी को विधानमंडल का नेता और विजय सिन्हा को उपनेता बनाया गया तो ये तय लगने लगा था कि भाजपा इन्ही दोनों नेताओं को लीड रोल में रखेगी. वहीं उपमुख्यमंत्री पद के नामों से भी पर्दा हटा और पहली बार दोनों नेता डिप्टी सीएम बने.
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बता दें कि भाजपा ने पूर्व प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल के बाद सम्राट चौधरी को प्रदेश में संगठन की कमान दी थी. सम्राट चौधरी राजनीति में अपने आक्रमक रवैये के लिए जाने जाते हैं. उनके प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं में भी जोश देखा जा रहा था. वहीं अब सम्राट चौधरी उपमुख्यमंत्री बनाए गए हैं तो प्रदेश अध्यक्ष पद की कमान किसे थमायी जाएगी, यह चर्चा का विषय बना हुआ है. जबकि मंत्री पद को लेकर भी कई नामाें पर कयास लगाए जा रहे हैं.