पटना : देश के विभिन्न राज्यों से बिहार के प्रवासियों का घर लौटने का सिलसिला जारी है. इसी कड़ी में बिहार में शुक्रवार को सात राज्यों से 17 ट्रेनें बिहार आयेंगी. इन ट्रेनों में 20, 629 प्रवासी मजगूर और छात्र आयेंगे. वहीं गुरूवार को राज्य के विभिन्न स्टेशनों पर 24 श्रमिक स्पेशल ट्रेनें पहुंची, जिनमें 28, 467 प्रवासी मजदूर और विद्यार्थी आये थें.
लॉकडाउन की वजह से विदेशों में फंसे बिहारवासियों को वापस लाने की तैयारी शुरू हो गयी है. केंद्र व राज्य सरकार के स्तर पर इसका खाका तैयार किया जा रहा है. इस बाबत शुक्रवार को मगध आयुक्त असंगबा चुआ आओ की अध्यक्षता में गया एयरपोर्ट पर अधिकारियों की बैठक होगी. इसके बाद दोपहर एक बजे से बोधगया स्थित बीटीएमसी के सभागार में अधिकारियों के साथ भी आयुक्त चर्चा करेंगे. इधर, विदेश से गया एयरपोर्ट पर लैंड करनेवाले यात्रियों के निबंधन व पूर्ण सुरक्षा के साथ उन्हें होटलों व विभिन्न संस्थानों में पहुंचाने और उनके वहां आवासन व भोजन की बेहतर व्यवस्था करने को लेकर आयुक्त ने विभिन्न कोषांगों का गठन किया है.
बता दें कि आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार कि बाहर से आने वाले लोगों को 21 दिनों तक क्वारेंटिन सेंटरों पर रखा जायेगा. बिहार में प्रखंड स्तर पर बने 2450 क्वारेंटिन केंद्र बनाये गये है. क्वारेंटिन केंद्रों में रह रहे लोगों को थाली, बाल्टी, ग्लास, तीन टाइम का भोजन, कपड़ा और दो टाइम दूध पैकेट दिये जा रहे हैं. जो लोग भोजन बनाने में सरकार को सहयोग करेंगे, उन्हें श्रम विभाग की ओर से निर्धारित न्यूनतम मजदूरी भी दी जायेगी. स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने बताया कि जो लोग भी यहां पहुंच रहे हैं, उन सबकी जांच की जायेगी और होम क्वारेंटिन में भी रखा जा सकेगा. लेकिन, इसके लिए उन्हें स्वयं एक शपथपत्र देना होगा. केंद्र द्वारा जारी प्रावधानों का उल्लंघन किया गया तो वे दंड के भी भागी होंगे.