पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को कहा कि राज्य के बाहर फंसे जो भी प्रवासी मजदूर बिहार आने को इच्छुक हैं, उन सभी को बिहार लाया जायेगा. वे परेशान न हों, धैर्य रखें, सुरक्षित रहें. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने साथ ही कहा कि सरकार पूरी क्षमता से सभी इच्छुक प्रवासी मजदूरों को जल्द से जल्द बिहार लाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठा रही है.
जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जदयू नेताओं से लोगों को मिलने वाली सरकारी सुविधाओं का फीडबैक लिया. इसमें जदयू अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ और युवा जदयू के सभी जिलाध्यक्ष शामिल रहे. उन सभी ने अपने स्तर पर किये जा रहे कार्यों के बारे में मुख्यमंत्री को जानकारी दी. मुख्यमंत्री ने सभी नेताओं को सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को जागरूक करने और सभी को सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने में सहायता करने का निर्देश दिया.
सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री ने सभी नेताओं से पूछा कि लॉकडाउन के दौरान दी जाने वाली सरकारी सुविधाएं आम लोगों तक पहुंच रही हैं या नहीं. उन्होंने अन्य राज्यों से लौटने वाले बिहारियों के लिए बनाए गए क्वॉरेंटिन सेंटर और रोजगार की व्यवस्था पर ध्यान देने का निर्देश दिया. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सभी नेताओं से लॉकडाउन में आने वाली परेशानियों और इसमें छूट देने के सुझावों पर भी चर्चा की. उन्होंने कोरोना संक्रमण की स्थिति, क्वारेंटिन सेंटर पर की गयी व्यवस्था और मजदूरों के लिए रोजगार की व्यवस्था के बारे में पार्टी नेताओं से जानकारी ली.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने स्पष्ट तौर पर कहा कि सरकार द्वारा दी जा रही मदद को आम जनता तक पहुंचने में बाधा डालने वालों पर सरकार उचित कार्रवाई कर सकती है. मुख्यमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान आम लोगों को राशन कार्ड उपलब्ध कराने, अनाज उपलब्ध कराने, स्वास्थ्य सुरक्षा सहित आम लोगों व किसानों को आर्थिक मदद की जानकारी दी.
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सीएम नीतीश कुमार ने स्पष्ट तौर पर सभी नेताओं से कहा कि सरकार द्वारा किए जा रहे कार्यों का लाभ प्रवासियों और आम लोगों तक पहुंचाने में बेहतर कड़ी का काम करें. यदि इस संबंध में किसी भी तरह की त्रुटि नजर आये या लापरवाही दिखे तो उसकी सूचना तुरंत उपलब्ध कराएं. सरकार उसे गंभीरता से लेते हुए उस पर कार्रवाई करेगी.
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