लॉकडाउन : बिहार में ड्रोन से निगरानी के बाद एफआइआर कम और गिरफ्तारी ज्यादा

लॉक डाउन एवं सोशल डिस्टेंसिंग की प्रभावी मॉनिटरिंग के लिये प्रशासन अब ड्रोन कैमरे से नजर रख रहा है. लाकडाउन में नियमों का उल्लघंन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है.

By Rajat Kumar | April 20, 2020 7:55 AM

पटना : लॉकडाउन एवं सोशल डिस्टेंसिंग की प्रभावी मॉनिटरिंग के लिये प्रशासन अब ड्रोन कैमरे से नजर रख रहा है. तकनीक का इस्तेमाल कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिये हो रहा है. लाकडाउन में नियमों का उल्लघंन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. 24 मार्च से लागू लॉकडाउन में अब गिरफ्तारी और एफआइआर दोनों की संख्या एक हजार के पार चली गयी है. लाॅकडाउन-2 में एफआआइआर से अधिक गिफ्तारी हो रही है. रविवार को ही 36 एफआइआर हुई, जबकि गिरफ्तार 60 लोग हुये. पुलिस अपने-अपने क्षेत्र की घनी आबादी वाले क्षेत्रों में सोशल डिस्टेंस और कानून के पालन के लिए पुलिस ड्रोन की मदद ले रही है.

बता दें कि राज्यभर में सैकड़ों की संख्या में ड्रोन तैनात किये गये हैं. पटना में ही दस से अधिक स्थानों पर इनसे निगरानी की जा रही है. गया, भागलपुर, मुजफ्फरपुर, और नेपाल बार्डर वाले इलाके में भी इनकी सेवा ली जा रही है. कड़ी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने अब तक 1100 लोगों को गिरफ्तार किया है. 1261 के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. एडीजी मुख्यालय जितेंद्र कुमार ने रविवार को बताया कि लॉकडाउन का उल्लंघन करने के लिए जिन वाहनों का चालान किया गया, उन वाहन मालिकों से सात करोड़ 87 हजार 506 रुपए की वसूली की गयी है. 3185 वाहनों को जब्त किया गया है. यह कार्रवाई 24 मार्च से 19 मार्च तक के बीच की गयी. एडीजी ने कहा कि लोग बेवजह घरों से बाहर न निकलें और नियमों का पूरा पालन करें. लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ पुलिस लगातार ट्रैफिक एक्ट एवं धारा 188 के तहत कार्रवाई कर रही है.

राजधानी पटना भी ड्रोन के नजर में 

पटना शहरी क्षेत्र के 10 महत्वपूर्ण क्षेत्रों को चिन्हित कर उन क्षेत्रों में ड्रोन से निगरानी रखी जा रही है. पटना के दानापुर, सचिवालय क्षेत्र, डाक बंगला चौराहा, गांधी मैदान क्षेत्र, पटना सिटी, बाइपास एरिया, बाढ़, मसौढ़ी, पालीगंज, राजेंद्र नगर टर्मिनल , फुलवारी शरीफ क्षेत्र पर निगरानी की जा रही है. इन ड्रोन से संबंधित क्षेत्र के 2.5 किलोमीटर के रेडियस की फोटोग्राफी की हो रही है. ड्रोन से कैप्चर किया गये फोटो में क्षेत्र ,तिथि ,समय आदि भी अंकित होता है. ड्रोन इस फोटो को खींच कर तेजी से प्रशासनिक एवं पुलिस पदाधिकारियों तक भेज देता है. इससे उस इलाके में पुलिस और प्रशासन की टीम तुरंत पहुंच कर कार्रवाई करेगी

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