Locust Attack : बिहार के सीमावर्ती जिलों में टिड्डी दल के हमले की सूचना, कृषि मंत्री बोले- किसानों को नहीं होने दिया जायेगा नुकसान
Locust Attack in Bihar पटना : बिहार के कृषि मंत्री डॉ. प्रेम कुमार द्वारा बिहार के सीमावर्ती जिलों में टिड्डियों के पहुंचने की सूचना पर उसके नियंत्रण हेतु पौधा संरक्षण विभाग के मुख्यालय एवं क्षेत्रीय पदाधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से एक आपात बैठक की गयी. कृषि मंत्री ने शनिवार को कहा कि बिहार में अब तक टिड्डियों से किसी प्रकार के नुकसान की सूचना प्राप्त नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि लगातार वे स्थिति पर नजर बनाएं हुए है.
Locust Attack in Bihar पटना : बिहार के कृषि मंत्री डॉ. प्रेम कुमार द्वारा बिहार के सीमावर्ती जिलों में टिड्डियों के पहुंचने की सूचना पर उसके नियंत्रण हेतु पौधा संरक्षण विभाग के मुख्यालय एवं क्षेत्रीय पदाधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से एक आपात बैठक की गयी. कृषि मंत्री ने शनिवार को कहा कि बिहार में अब तक टिड्डियों से किसी प्रकार के नुकसान की सूचना प्राप्त नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि लगातार वे स्थिति पर नजर बनाएं हुए है.
कृषि मंत्री ने कहा कि आज सहायक निदेशक, पौधा संरक्षण पश्चिमी चम्पारण द्वारा बताया गया कि जिले के उत्तर प्रदेश के सीमावर्ती प्रखंडों ठकराहां एवं मधुबनी के काफी ऊपर से टिड्डियों को उड़ते हुए देखा गया है. प. चम्पारण के नरकटियागंज प्रखंड के जमुआ ग्राम तथा नौतन प्रखंड के मगलपुर आदि क्षेत्रों में गन्ना फसल पर टिड्डी का एक छोटा समूह देखा गया है. उधर से पूर्व की तरफ उड़ते हुए हरिनगर एवं पूर्वी चम्पारण जिलों में रात्रि विश्राम की संभावना है. कृषि विभाग के क्षेत्रीय पदाधिकारी एवं कर्मचारियों द्वारा टिड्डियों को भगाने का उपाय किया जा रहा है. साथ ही पीड़ित स्थानों कीटनाशक दवा का भी छिड़काव किया जा रहा है. जिला कृषि पदाधिकारी एवं सहायक निदेशक, पौधा संरक्षण, के नेतृत्व में कृषि विभाग के कर्मी, फायर बिग्रेड की गाड़ी के साथ कर्मी एवं स्थानीय कृषक बधु आवश्यक रसायन के साथ दल के पीछे-पीछे चल रहे हैं.
कृषि मंत्री ने कहा कि 26 जून को सीवान जिला के उत्तर प्रदेश के सीमावर्ती प्रखंडों में टिड्डी दल को उड़ते हुए देखा गया है, जिसकी उड़ने की दिशा उत्तर प्रदेश के जाफरनगर एवं गोपालगंज जिले के हथुआ प्रखंड की ओर था. उन्होंने कहा कि इसके पूर्व 24 जून की रात्रि में रोहतास जिला के कोचस प्रखंड के सैरा, बलथरी एवं कपसियां पंचायतों में टिड्डी के बहुत ही छोटे दल की प्रकोप की सूचना प्राप्त हुई थी जिसे जिला कृषि पदाधिकारी, रोहतास एवं सहायक निदेशक, पौधा संरक्षण तथा अग्निशमन दस्ते के समकित प्रयास से ऑपरेशन चलाकर बहुत हद तक नियंत्रण कर लिया गया है.
प्रेम कुमार ने कहा कि उसके बाद 25 जून की संध्या तक रोहतास जिला में टिड्डी दल के प्रकोप की कोई सूचना नहीं मिली है. उन्होंने बताया कि 25 जून को संध्या में कैमूर जिला के सहायक निदेशक, पौधा संरक्षण द्वारा सूचित किया गया है कि कैमूर जिला के चांद एवं चैनपुर प्रखंड में आसमान में टिड्डी दल को उड़ते हुए देखा गया है. इसके नियंत्रण हेतु जिला कृषि पदाधिकारी, कैमूर एवं सहायक निदेशक, पौधा संरक्षण द्वारा समेकित रुप से प्रभावी कार्रवाई की गयी है.
कृषि मंत्री ने कहा कि कैमूर के सहायक निदेशक, पौधा संरक्षण द्वारा सूचना दी गयी कि 25 जून की रात्रि में चांद एवं चैनपुर प्रखंड के अहिलाव, नीवी-सिरहिआ परसिया परही एवं परैचा-लोहदन पंचायत में कार्रवाई करते हुए बहुत हद तक टिड्डी दल पर नियंत्रण पा लिया गया है. कैमूर जिला में टिड्डी दल के कारण किसी भी फसल में किसी प्रकार की क्षति की सूचना प्राप्त नहीं हुई है.
डॉ. प्रेम कुमार ने कहा कि कृषि विभाग, जिला प्रशासन तथा अग्निशमन के पदाधिकारी व कर्मचारीगण पूरी तरह से सतर्क है. राज्य के उत्तर प्रदेश से जुड़े सीमावर्ती जिलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है. स्थानीय किसानों को प्रशिक्षण भी दिया गया है. स्थानीय पदाधिकारी एवं कर्मचारियों को गांव में ही रात्रि विश्राम करने का निदेश दिया गया है. टिड्डियों पर नियंत्रण के लिए आवश्यक उपकरण एवं दवाएं प्रचूर मात्रा में उपलब्ध है. विभाग द्वारा इसके लिए दिशा-निर्देश जारी किया गया है. किसानों को किसी प्रकार का नुकसान नहीं होने दिया जायेगा.