लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान के चचेरे भाई और पशुपति कुमार पारस के भतीजे सांसद प्रिंस राज की स्थिति वर्तमान में पार्टी के भीतर तुरुप के इक्के जैसी बनी हुई है. मतलब प्रिंस राज जिधर रुख रखेंगे, चाचा-भतीजा की लड़ाई में उधर ही पलड़ा भारी हो जायेगा. वर्तमान में प्रिंस ने भले ही चाचा पारस के साथ रहने का मन किया हो, लेकिन ऐसा नहीं है कि चिराग व प्रिंस में सब कुछ खत्म हो गया है.
ट्वीटर पर चिराग पासवान का आधिकारिक हैंडल युवा बिहारी चिराग पासवान के नाम से है. इसमें जो वॉल पोस्टर लगा है, उसके चिराग के अलावा रामविलास पासवान और प्रिंस राज की भी फोटो लगी है. दूसरी तरफ प्रिंस राज के ट्वीटर एकाउंट की चिराग पासवान के स्टाइल में युवा बिहारी प्रिंस राज के नाम से है और वॉल फोटो में चिराग पासवान अभी भी प्रिंस के साथ मौजूद हैं.
इधर, सांसदों की संख्या व टूट की बात करें तो लोजपा के कुल छह सांसदों में पारस के साथ कुल पांच सांसद हैं, जबकि वर्तमान में चिराग अपनी तरफ अकेले सांसद के रूप में बचे हैं. मगर, अगर प्रिंस राज अपने चाचा का साथ छोड़ कर भाई के साथ चले आते हैं तो मामला दो-चार के आंकड़े के साथ फंस जायेगा. इसलिए भविष्य में प्रिंस राज का स्टैंड बहुत कुछ तय करेगा. दूसरी तरफ चिराग समर्थक नेताओं का भी मानना है कि प्रिंस राज उधर भारी मन से ही हैं, क्योंकि चिराग व उनकी ट्यूनिंग बेहतर रही है.
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इधर, प्रिंस राज पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगने के बाद को चिराग पासवान को लेकर थोड़े नरम पड़ गये हैं. वो शुक्रवार को पटना में पारस गुट की हुई राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में भी वो पटना नहीं आये थे. इसके अलावा रविवार को जब दिल्ली में पारस ने प्रेस कांफ्रेंस किया तो भी उस दौरान वो वहां मौजूद नहीं थे. हालांकि, पारस के नयी कार्यकारिणी सदस्यों की सूची को लेकर उन्होंने अपने ट्वीटर हैंडल से दोबारा रीट्वीट कर अटकलों पर विराम लगाने की कोशिश की है.
Posted By: Thakur Shaktilochan