लोजपा पर हक किसका और हकीकत क्या? चिराग और पारस गुट के बीच तीखी हुई नोंकझोंक
Chirag Paswan Vs Pashupati Paras News: बिहार में जैसे-जैसे लोजपा के संस्थापन स्वर्गीय रामविलास पासवान की जयंती सामने आ रही है. वैसे-वैसे चिराग गुट व पारस गुट में जुबानी जंग तेज होते जा रही है. शनिवार को रामविलास पासवान के भाई पशुपति कुमार पारस ने कहा कि पार्टी और पार्टी कार्यालय को लेकर कोई विवाद नहीं है. वर्ष 1990 में जब मैं मंत्री थी. तब से पार्टी कार्यालय का आवंटन किया गया है.
Bihar News: बिहार में जैसे-जैसे लोजपा के संस्थापन स्वर्गीय रामविलास पासवान की जयंती सामने आ रही है. वैसे-वैसे चिराग गुट व पारस गुट में जुबानी जंग तेज होते जा रही है. शनिवार को रामविलास पासवान के भाई पशुपति कुमार पारस ने कहा कि पार्टी और पार्टी कार्यालय को लेकर कोई विवाद नहीं है. वर्ष 1990 में जब मैं मंत्री थी. तब से पार्टी कार्यालय का आवंटन किया गया है.
वर्तमान में भी जो बिहार सरकार का नोटिफिकेशन है वो मेरे नाम पर है. उन्होंने कहा कि चिराग को हाजीपुर के बदले जमुई से शुरू करनी चाहिए. अब आशीर्वाद यात्रा का कोई मतलब नहीं है. पारस गुट के प्रवक्ता श्रवण अग्रवाल ने पारस के साथ दलित वर्ग समाज और खास कर पासवान समाज के लोग हैं. इसमें किसी को कोई भ्रम नहीं रहना चाहिए.
दूसरी तरफ चिराग गुट की ओर से प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी ने पांच जुलाई को चिराग पासवान की यात्रा को लेकर बैठक की. बैठक में हुलास पांडेय, विनोद सिंह सहित कई लोग मौजूद रहे. इस दौरान लोगों ने कहा कि चिराग की आशीर्वाद यात्रा को लेकर लोगों में खास उत्साह है. यात्रा मार्ग में तोरण द्वार व बैनर पोस्टर लगाने का काम किया जा रहा है.
बताते चलें कि बिहार में लोजपा के टूट के बाद ही चिराग पासवान और पशुपति पारस के बीच तकरार जारी है. पशुपति पारस ने पांच लोकसभा सांसद के समर्थन से पार्टी के खिलाफ बगावत कर दिया था. इसके बाद चिराग पासवान को लोजपा संसदीय दल के नेता और राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद से हटा दिया गया था.
Posted By : Avinish Kumar Mishra