Lok Sabha election: दूसरे चरण में बिहार के 5 सीटों पर 50 उम्मीदवार, दो पर त्रिकोणीय मुकाबला
Lok Sabha election: बिहार में दूसरे चरण के चुनावी यौद्धा तय हो चुके हैं. पांच सीटों के लिए कुल 50 उम्मीदवार हैं. दो सीटों पर मुकाबला त्रिकोणीय है, जबकि तीन सीटों पर सीधी लड़ाई है.
Lok Sabha election पटना. बिहार में लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण की तस्वीर अब साफ हो गयी है. नामांकन वापसी के बाद 5 सीटों पर 50 उम्मीदवार बचे हैं. सबसे कम सात उम्मीदवार पूर्णिया में हैं तो सबसे ज्यादा भागलपुर और किशनगंज में 12 उम्मीदवार हैं. इन पांचों सीटों पर 50 उम्मीदवारों में से 18 निर्दलीय हैं. पांच सीटों में से तीन पर सीधा मुकाबला एनडीए और इंडिया के बीच हैं, वहीं दो सीटों पर मुकाबला त्रिकोणीय बनता जा रहा है. पहले चरण में जहां जदयू और कांग्रेस के उम्मीदवार नहीं थे, वहीं इस चरण में इन दलों के उम्मीदवार भी हैं.
पूर्णिया में पप्पू समेत 7 उम्मीदवार
पूर्णिया सीट से 11 उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किया था, जिसमें से चार का नामांकन रद्द हो गया और एक ने अपना नाम वापस ले लिया है. इस तरह अब मैदान में केवल सात उम्मीदवार बच गए हैं, जिसमें संतोष कुमार जेडीयू से, बीमा भारती आरजेडी से, किशोर कुमार यादव ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक से, अरुण कुमार दास बसपा से, पप्पू यादव निर्दलीय, सत्येंद्र यादव निर्दलीय और नौमान आलम निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर मैदान में हैं.
भागलपुर में 12 प्रत्याशी बचे
भागलपुर में सबसे अधिक 21 उम्मीदवारों ने नामांकन भरा था, लेकिन अब मैदान में केवल 12 उम्मीदवार बच गए हैं. इनमें अजय कुमार मंडल जेडीयू से, अजीत शर्मा कांग्रेस से, पूनम सिंह बसपा से, उमेश कुमार यादव पीपुल्स पार्टी ऑफ इंडिया डेमोक्रेटिक से, दयाराम मंडल लोक सेवा दल से, दीपक कुमार सोशलिस्ट यूनिटी सेंटर ऑफ इंडिया कम्युनिस्ट से, दीपक कुमार सिंह राष्ट्रीय जन संभावना पार्टी से, मुकेश कुमार अखिल भारतीय परिवार पार्टी से, ओमप्रकाश पोद्दार निर्दलीय, हरे राम यादव निर्दलीय, छोटेलाल कुमार निर्दलीय और रमेश टुडू भी निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं.
किशनगंज में भी 12 उम्मीदवार
किशनगंज में भी 12 उम्मीदवार चुनाव मैदान में है. हालांकि 15 उम्मीदवारों ने नामांकन किया था, तीन उम्मीदवारों ने नामांकन वापस ले लिया है. अब जो मैदान में बचे हैं, उनमें मुजाहिद आलम जेडीयू से, डॉक्टर जावेद आजाद कांग्रेस से, अख्तरुल इमान एआइएमआइएम से, बाबुल आलम बसपा से, सैफुल जमा राष्ट्रीय समाज पार्टी से, छोटेलाल महतो, मोहम्मद कौसर परवेज, मोहम्मद गुफरान जमाली, मोहम्मद हसेरूल, विश्वनाथ टुडू, विदेशी ऋषि देव और रवि कुमार राय निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर मैदान में हैं.
बांका में 10 उम्मीदवार
बांका में 19 प्रत्याशियों ने नामांकन भरा था. 9 उम्मीदवारों का नामांकन रद्द हो चुका है. अब केवल 10 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं, जिसमें गिरधारी यादव जेडीयू से, जयप्रकाश नारायण यादव आरजेडी से, अमृत तांती भारतीय दलित पार्टी से, उत्तम कुमार सिंह आम जनता पार्टी राष्ट्रीय से, कविंद्र पंडित सोशलिस्ट यूनिटी सेंटर आफ इंडिया कम्युनिस्ट से, गणेश कुमार कुशवाहा समता पार्टी से, जयप्रकाश यादव राष्ट्रीय जन संभावना पार्टी से, उमाकांत यादव निर्दलीय, नरेश यादव निर्दलीय और नरेश कुमार प्रियदर्शी निर्दलीय उम्मीदवार हैं.
कटिहार में बचे 9 प्रत्याशी
कटिहार से 10 उम्मीदवारों ने नामांकन किया था. उसमें से एक ने अपना नाम वापस ले लिया है. अब मैदान में 9 उम्मीदवार बच गए हैं, जिसमें दुलारचंद गोस्वामी जेडीयू से, तारिक अनवर कांग्रेस से, गोपाल कुमार मेहता बसपा से, विष्णु सिंह भारतीय जागो जनता पार्टी से, मरांग हांसदा पीपुल्स पार्टी ऑफ इंडिया डेमोक्रेटिक से, राजकुमार मंडल राष्ट्रीय जन संभावना पार्टी से, बिंदु कुमारी समाजशक्ति पार्टी से, ज्ञानेश्वर सूर्य निर्दलीय और खालिद मुबारक निर्दलीय कैंडिडेट के तौर पर चुनाव लड़ेंगे.
पूर्णिया-किशनगंज में त्रिकोणीय मुकाबला
दूसरे चरण की पांच लोकसभा सीटों में किशनगंज और पूर्णिया में मुकाबला दिलचस्प हो गया है. जहां किशनगंज में एआईएमआईएम के उम्मीदवार अख्तरुल इमान के कारण तो पूर्णिया में पप्पू यादव के कारण लड़ाई त्रिकोणीय बन गई है. पप्पू यादव ने अपनी पार्टी को कांग्रेस में शामिल कर दिया था, लेकिन कांग्रेस से टिकट नहीं मिलने के कारण निर्दलीय ही चुनाव लड़ रहे हैं. किशनगंज में 12 उम्मीदवार में से सात निर्दलीय उम्मीदवार है तो भागलपुर में 12 में से चार निर्दलीय उम्मीदवार मैदान में हैं. वहीं बांका में तीन तो कटिहार और पूर्णिया में दो-दो निर्दलीय उम्मीदवार मैदान में है.