21.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

Lok Sabha Election: बच्चे के मुद्दे पर सफाई देकर फंसे तेजस्वी, जदयू ने बताया महान विभूतियों का अपमान

Lok Sabha Election: लालू प्रसाद के बच्चों को लेकर नीतीश कुमार के बयान के बाद पलटवार करते हुए तेजस्वी यादव ने बड़े नेताओं की एक सूची जारी की है जिन नेताओं के चार या उससे अधिक भाई बहन थे. जदयू ने अब इस सूची को महान विभूतियों का अपमान बताया है.

Lok Sabha Election: पटना. बिहार की राजनीति में बच्चे पर बवाल शुरू हो चुका है. लोकसभा चुनाव के दौरान नेताओं के आरोप प्रत्यारोप से चुनावी तापमान बढ़ने लगा है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद पर परिवार वाद को बढ़ाने का आरोप लगाया. एक चुनावी सभा में उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद राजनीति में अपने चार बेटे-बेटियों को आगे बढ़ा रहे हैं. उनके अधिक बच्चा पैदा करने संबंधी आरोप पर राजद नेता तेजस्वी यादव ने पलटवार कर कहा है कि देश के बड़े नेताओं के भी एक से अधिक बेटे-बेटियां हैं और कई तो कई भाई बहन रहे हैं. जदयू ने तेजस्वी की इस सूची पर जदयू के मुख्य प्रदेश प्रवक्ता सह विधान पार्षद नीरज कुमार ने तेजस्वी यादव को घेरते हुए कहा वे संविधान निर्माता डा भीमराव अंबेडकर एवं महान स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस को अपमानित कर रहे हैं. कहा कि उनके नाम का परिवारवादी राजनीति में उल्लेख किया जाना देश की आजादी के आंदोलन के नायकों का अपमान है.

उन लोगों ने अपने परिवार को राजनीतिक संरक्षण नहीं दिया

नीरज कुमार ने कहा कि तेजस्वी यादव को जानकारी का अभाव है. चाहे नेताजी सुभाष चंद्र बोस हों या डा भीमराव अंबेडकर, उन्होंने अपने परिवार के लोगों को राजनीति में आगे नहीं बढ़ाया. उनके परिवार के लोग राजनीति में अपने परिवार के सदस्यों का राजनैतिक संपोषण और संपत्ति पोषण नहीं करते थे. इसके छह सदस्य लालू प्रसाद, राबड़ी देवी, तेज प्रताप यादव, तेजस्वी यादव, मीसा भारती और रोहिणी आचार्य सक्रिय राजनीति में हैं. उन्होंने तेजस्वी यादव पर तंज कसते हुए डा राम मनोहर लोहिया के समाजवाद, भारत रत्न ‘जननायक’ कर्पूरी ठाकुर की विचारधारा, समाजवादी नेता मधु दंडवते और गधु लिमये जैसे व्यक्तित्व के विरासत का दावा करने वाले, बेशुमार संपत्ति संग्रहण एवं परिवारवादी राजनीति कर समाजवाद के आंदोलन की गौरव गाथा के साक्षी नहीं हो सकते, बल्कि कलंक कथा के साक्षी हो सकते हैं.

तेजस्वी ने गिनाये थे कई नेताओं के नाम

इधर, राजद के शीर्ष प्रचारक तेजस्वी यादव ने लालू प्रसाद के बच्चों की संख्या का मुद्दा उठने पर सफाई देते हुए कहा कि महान स्वतंत्रता सेनानी सुभाष चंद्र बोस और संविधान निर्माता बाबा साहेब अंबेडकर 14 भाई-बहन थे. भारत रत्न वीवी गिरी के 14 बच्चे थे. पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी सात भाई-बहन थे. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार स्वयं पांच भाई-बहन हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी छह भाई-बहन हैं. प्रधानमंत्री मोदी के पिता दामोदर दास सात भाई-बहन थे. प्रधानमंत्री मोदी के चाचा नरसिंह दास के आठ बच्चे है. गृहमंत्री अमित शाह सात भाई-बहन हैं. पटना साहिब के सांसद पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद सात भाई-बहन है. तेलंगाना के पूर्व सीएम के चंद्रशेखर राव 10 भाई बहन हैं. रवीन्द्र नाथ टैगोर सात भाई-बहन थे. पूर्व प्रधानमंत्री देवेगौड़ा के छह बच्चे है. पूर्व प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव के आठ बच्चे हैं.अब तेजस्वी के इसी बयान पर जदयू हमलावर है.

Also Read: Lok Sabha Election: लालू-राबड़ी राज पर नीतीश कुमार का हमला, बोले- पहले केवल हिंदू-मुस्लिम का झगड़ा होता था

भाजपा ने विरोध में जारी किया आरोप पत्र

इधर, दूसरी ओर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने इंडी गठबंधन के घोषणा पत्र के विरोध में आरोप पत्र जारी किया है. वहीं जदयू ने तेजस्वी यादव पर वार करते हुए कहा कि परिवारवाद पर घिरते तेजस्वी अब स्वतंत्रता सेनानियों का भी अपमान करने से बाज नहीं आ रहे हैं. बिहार भाजपा ने सोमवार को इंडी गठबंधन के घोषणा पत्र के विरोध में महाठगबंधन बिहार को पीछे करते परिवारवादी शीर्षक से एक आरोप पत्र जारी किया. 17 पेज वाले इस आरोप पत्र में बिहार गणराज्य से ,” गन ” राज, कांग्रेस के पाप, राजद की लूट सहित 11 विषयों को सिलसिलेवार वर्णन किया गया है. भाजपा मीडिया सेंटर में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में आरोप पत्र जारी करते हुए प्रदेश अध्यक्ष सह उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि विपक्षी गठबंधन यूपीए का नाम बदलकर नकली राष्ट्रवाद दिखाने का प्रयास कर रही है. यह भारत को श्रेष्ठ करने वाले लोग नहीं बल्कि ये भारत को तोड़ने वाले संगठन के लोग हैं.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें