Lok Sabha elections 2019 में 32 सीटों पर पुरुषों की तुलना में महिलाओं ने डाले थे ज्यादा वोट
Lok Sabha elections 2019 लोकसभा चुनाव 2019 में बिहार से सिर्फ तीन महिला सांसद लोकसभा पहुंच पायी थीं. इसमें वैशाली से लोजपा के टिकट पर वीणा देवी, शिवहर से भाजपा के टिकट पर रमा देवी और सिवान से जदयू के टिकट पर कविता सिंह.
कैलाशपति मिश्र,पटना
Lok Sabha elections 2019 लोकसभा चुनाव 2024 का बिगुल बजने के साथ ही राजनीतिक पार्टियों की जोड़ तोड़ और तेज हो गयी है. हालांकि, इस बार भी सात चरणों में वोट डाले जायेंगे. प्रथम चरण के मतदान का आज अंतिम दिन है. बिहार में महिला वोटर पुरुषों की तुलना में ज्याद सजग होकर वोट करती हैंं. हालांकि, लोकसभा चुनाव 2019 में बिहार से आधी आबादी का प्रतिनिधित्व करने वाली थी सिर्फ तीन सांसद थीं, लेकिन वोट करने में बिहार की महिलाएं पुरुष की तुलना में कहीं अधिक आगे रहीं.
40 सांसद देने वाले इस राज्य में महिला वोटरों ने पिछली बार 32 संसदीय क्षेत्रों में पुरुष की तुलना में अधिक मतदान किया था. इस चुनाव में 54.9 प्रतिशत पुरुषों ने को 59.58 प्रतिशत महिलाओं ने वोट किये थे. बिहार में 2014 के लोकसभा चुनाव में 26 सीटें ऐसी थीं, जहां महिला वोटरों का प्रतिशत पुरुषों की तुलना में अधिक था. लोकसभा चुनाव 2024 में तीन करोड़ 64 लाख एक हजार 903 महिला मतदाता हैं. हालांकि, पुरुष वोटरों की संख्या महिला मतदाताओं से अधिक है. बिहार में कुल चार करोड़ पुरुष वोटर हैं, लेकिन रोजी-रोटी के लिए राज्य से बाहर होने के कारण पुरुष मतदाओं को पूरा मत पड़ नहीं पाता है.
लोकसभा चुनाव 2019 में 32 सीटों पर महिलाओं ने पुरुष की तुलना में किया था अधिक मतदान
बिहार में सबसे अधिक कटिहार लोकसभा क्षेत्र में आम चुनाव 2019्र्र लोकसभा सीटों पर महिलाओं ने मतदान किया था. सीमांचल की लोकसभा सीटों पर महिला वोट का प्रतिशत राज्य के अन्य लोकसभा सीटों की तुलना में अधिक रहा था. कटिहार में 72.41% महिलाओं ने वोट दिये, जबकि महज 63% पुरुषों ने वोट डाले. सुपौल में 71.68% किशनगंज में 70.04%, अररिया में 69.43% और पूर्णिया में 68.13% के साथ अधिकांश सीटों पर 60% से अधिक मतदान महिलाओं ने किया. वहीं, 2014 में कुल मतदान को देखें तो बिहार में महिलाओं का मतदान प्रतिशत 59.92 था, जबकि मात्र 55.26 फीसदी मतदान पुरुषों ने किया था. बिहार में जिन सीटों पर महिलाओं का मतदान प्रतिशत ज्यादा रहा, उनमें कटिहार में 72.37%, सुपौल में 71.64%, किशनगंज में 70.37%, अररिया में 69.39%, पूर्णिया में 68.15%, बेगूसराय में 67.13%, समस्तीपुर में 66.74%, वैशाली में 66.62% और उजियारपुर में 65.12% था, जबकि बिहार की 40 संसदीय सीटों में से किसी पर भी पुरुषों का मतदान प्रतिशत 65 फीसदी से ज्यादा नहीं था.
आठ लोकसभा सीटों पर ही पुरुष मतदाता रहे आगे
महिला मतदाताओं की बिहार के चुनाव में निर्णय नायक भूमिका रहती है. लेकिन, पिछली बार आठ सीटों पर पुरुष वोटर मतदान करने में महिलाओं से आगे रहे थे. जहां पुरुष मतदाताओं ने अधिक मतदान किये हैं, वे सीटें मध्य बिहार, पटना और कैमूर की थीं. गया, जहानाबाद, काराकाट, बक्सर,सासाराम,आरा,पाटलिपुत्र, पटना साहिब और नालंदा में पुरुषों ने महिलाओं की तुलना में अधिक वोट डाले.
महिला-पुरुष के बीच मतदान का अंतर और बढ़ा
देश में 13 राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों में पुरुषों की तुलना में महिलाओं ने ज्यादा मतदान किया था. 13 में से 11 राज्यों में पिछली बार और 2014 में भी महिलाओं का मतदान प्रतिशत ज्यादा रहा था, लेकिन इस बार महिला पुरुष के बीच मतदान का अंतर और बढ़ा है. इस बार इसमें दो राज्य बिहार और उत्तराखंड और शामिल हो गये हैं. जिन 13 राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों में महिलाओं का मतदान प्रतिशत ज्यादा रहा है, उनमें बिहार, उत्तराखंड, मणिपुर, मेघालय, गोवा, अरुणाचल प्रदेश, मिजोरम, केरल, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, पुडुचेरी और दमन दीव है.
पिछली बार बिहार से जीतीं थीं सिर्फ तीन महीला सांसद
लोकसभा चुनाव 2019 में बिहार से सिर्फ तीन महिला सांसद लोकसभा पहुंच पायी थीं. इसमें वैशाली से लोजपा के टिकट पर वीणा देवी, शिवहर से भाजपा के टिकट पर रमा देवी और सिवान से जदयू के टिकट पर कविता सिंह. 2014 के लोकसभा चुनाव में मुंगेर से लोजपा की वीणा देवी, शिवहर से भाजपा की रमा देवी और सुपौल से कांग्रेस की रंजीता रंजन संसद पहुंची थीं.
ये भी पढ़ें…
रोचक प्रसंगः लोकसभा चुनाव 1984 में जब कर्पूरी ठाकुर समस्तीपुर से हार गये थे चुनाव