लोकसभा चुनाव: 52 वर्षों बाद फिर मिला था पाटलिपुत्र नाम, जानिए 1957 से 2004 तक कौन-कौन जीता चुनाव
2009 के परिसीमन में, पटना लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र को दो भागों में बांटा गया: पटना साहिब और पाटलिपुत्र. इससे पहले पाटलिपुत्र लोकसभा क्षेत्र पटना लोकसभा क्षेत्र के नाम से जाना जाता था
अनुपम कुमार, पटना. आज से 15 वर्ष पहले वर्ष 2009 के चुनावी परिसीमन में 52 वर्षों बाद पटना लोकसभा क्षेत्र को फिर से पाटलिपुत्र नाम मिला. वर्ष 1952 में हुए पहले लोकसभा चुनाव में पटना जिले को चार लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में बांटा गया था. इसमें पटना शहर को पाटलिपुत्र नाम दिया गया था. 1957 में बदल कर इसे पटना नाम दे दिया गया और तब से 2008 तक यह पटना के नाम से ही जाना जाता रहा.
2009 के परिसीमन में पटना लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र को दो भागों में बांटकर उसे पाटलिपुत्र और पटना साहिब नाम दिया गया. इस प्रकार 52 वर्षों बाद पटना लोकसभा क्षेत्र को फिर से पाटलिपुत्र नाम मिला. हालांकि इस बार इसमें शहरी क्षेत्र नहीं शामिल होकर केवल ग्रामीण क्षेत्र शामिल रहे. शहरी क्षेत्र को पटना साहिब नाम से अलग लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र बना दिया गया.
नालंदा व शाहाबाद भी शामिल थे पटना जिले में
1952 में पटना जिले का आकार वर्तमान पटना जिले से बहुत बड़ा था. इसमें वर्तमान नालंदा और शाहाबाद (आरा ) जिले के क्षेत्र भी शामिल थे. पटना जिले को चार संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों में बांटा गया था.
1957 से 2004 तक पटना लोकसभा क्षेत्र से चुने गये प्रत्याशी
वर्ष विजेता पार्टी
वर्ष | विजेता सांसद | पार्टी |
---|---|---|
1957 | सारंगधर सिन्हा | कांग्रेस |
1962 | रामदुलारी सिन्हा | कांग्रेस |
1967 | रामावतार शास्त्री | भाकपा |
1971 | रामावतार शास्त्री | भाकपा |
1977 | महामाया प्रसाद सिन्हा | जनता पार्टी |
1980 | रामावतार शास्त्री | भाकपा |
1984 | सीपी ठाकुर | कांग्रेस |
1989 | शैलेंद्रनाथ श्रीवास्तव | भाजपा |
1993 | रामकृपाल यादव | जनता दल |
1996 | रामकृपाल यादव | जनता दल |
1999 | सीपी ठाकुर | भाजपा |
2004 | रामकृपाल यादव | राजद |
लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में शामिल क्षेत्र
- पाटलिपुत्र :पटना लोकसभा क्षेत्र
- पटना मध्य: नालंदा
- पटना पूर्वी : बाढ़
- पटना-सह-शाहाबाद : आरा
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