पटना. नगर निकाय चुनाव में आरक्षण के मसले पर राजद नेता एवं उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा है कि बिना आरक्षण निकाय चुनाव नहीं करायेंगे. उन्होंने कहा कि ‘अगर हम आरक्षण नहीं चाहते, तो हम लोग चुनाव करा दिये होते. आखिर हम क्यों सुप्रीम कोर्ट गये? सुप्रीम कोर्ट में बड़े-बड़े वकीलों को हमने खड़ा किया है?’ राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि कि हमारी सरकार का नजरिया बिल्कुल साफ है. मुख्यमंत्री भी इस बात को पहले भी बता चुके हैं.
तेजस्वी ने कहा कि हमारी सरकार का नजरिया आरक्षण को लेकर साफ है. सुप्रीम कोर्ट में अब इस पर बहस होगी. इस मामले को ठीक ढंग से रखेंगे. उन्होंने कहा कि निकाय चुनाव में आरक्षण को लेकर भ्रम फैलाने की कोशिश की जा रही है. हमसे पहले नगर विकास मंत्री कौन था? किसने गड़बड़ की? सब लोग जानते हैं कि किसने गड़बड़ी की है.
जगदानंद सिंह के प्रकरण पर तेजस्वी यादव ने कहा कि वह नाराज नहीं हैं. अगर नाराजगी होती, तो वह सामने से आकर बोलते. उन्होंने कहा कि उनकी तबीयत खराब है. जगदानंद सिंह को आप लोग पहचानते नहीं हैं, वह सब काम कर लेते हैं, लेकिन आगे कभी सामने नहीं आते. प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद वह पार्टी ऑफिस आते हैं, उससे पहले कभी पार्टी ऑफिस नहीं जाते थे, जबकि सारा काम करते थे.
तेजस्वी ने कहा कि जगदानंद सिंह चेहरा दिखाने वालों में से नहीं हैं. पार्टी में नाराजगी कुछ नहीं होती है. आम सहमति से यहां निर्णय होते हैं. तेजस्वी यादव ने जयप्रकाश नारायण को लेकर अमित शाह के बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा, जयप्रकाश नारायण ने इमरजेंसी के खिलाफ आंदोलन किया था और आज अघोषित इमरजेंसी है.
इधर, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व सांसद डाॅ संजय जायसवाल ने नगर निकाय चुनाव स्थगित किये जाने को लेकर नीतीश कुमार पर हमला बोला. उन्होंने कहा नीतीश कुमार अतिपिछड़े वर्ग के लोगों के विकास का विरोधी हैं. नगर निकाय चुनाव पर असंवैधानिक निर्णय इस बात का प्रमाण है. नीतीश कुमार के इस निर्णय और चालाकी की भाजपा पोल खोलेगी. इसके लिए पार्टी के कार्यकर्ता 17 अक्तूबर को सभी प्रखंड मुख्यालय पर धरना- प्रदर्शन करेंगे और घर-घर जाकर उनके द्वारा अतिपिछड़े वर्गों को दिये गये इस धोखे की राजनीति और संविधान की अवहेलना का पर्दाफाश करेंगे.