मौनी अमावस्या पर महाकुंभ में अमृत स्नान करने की इच्छा मां ने जतायी तो बेटी ने तय किया कि मां की इस इच्छा को पूरा करवाया जाएगा. बिहार के गोपालगंज से अपनी मां को लेकर संगीता कुमारी प्रयागराज पहुंची थी. बुधवार की सुबह मौनी अमावस्या पर अमृत स्नान करने की तैयारी थी. इस बीच मंगलवार की रात करीब दो बजे संगम नोज पर भगदड़ मचती है. इस भगदड़ में कई लोगों की मौत हो गयी. अनेकों लोग जख्मी हुए. इस हादसे का शिकार संगीता की मां शिवकली देवी भी बन गयी और उनकी मौत हो गयी. संगीता कुमारी अपनी मां की इच्छा पूरी कराने महाकुंभ लेकर गयी थी लेकिन शिवकली देवी का शव अब उनके गांव लौटेगा. गांव में मातम पसरा हुआ है.
बेटे विदेश में रहते हैं, बेटी के साथ कुंभ स्नान के लिए पहुंची थी विधवा मां
गोपालगंज जिले के बरौली प्रखंड के स्व. तारकेश्वर सिंह की 65 वर्षीय पत्नी शिवकली देवी की मौत प्रयागराज महाकुंभ भगदड़ में हुई है. शिवकली देवी के पति की मौत करीब 9 साल पहले हो चुकी थी. उनके दोनों बेटे विदेश में रहते हैं. अपनी बेटी के साथ वो कुंभ स्नान के लिए प्रयागराज गयी थीं. लेकिन मंगलवार रात को हुई भगदड़ के दौरान काल के मुंह में समा गयीं.
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बेटी ने बताया, मां कैसे बनी हादसे का शिकार
प्रयागराज से संगीता ने बताया कि उसके पिता की मौत 9 साल पहले हो गयी. दोनों भाई विदेश में रहते हैं. उसने सोचा कि मां को स्नान,दान और पुण्य लाभ के लिए अपने साथ महाकुंभ लेकर जाएं. वहां अपनी मां के साथ पहुंची. रात करीब डेढ़ बजे संगम घाट पर स्नान करने पहुंची तो काफी भीड़ वहां थी. बगल से साधुओं का काफिला जा रहा था जिससे अचानक भीड़ बढ़ गयी. भगदड़ मचने से उसकी मां की मौत हो गयी.
नानी की मौत के बारे में नातिन ने बताया…
शिवकली देवी के साथ उनकी नातिन भी प्रयागराज गयी थीं. युवती ने बताया कि वो अपनी मां और नानी के साथ वहां थी. अचानक धक्का-मुक्की होने लगी और कई लोग गिर गए. हम फंस गए और भीड़ बेकाबू हो गयी. बचने का कोई मौका नहीं था. हर तरफ से धक्का पड़ रहा था. कुछ देर बाद पता चला कि नानी की मौत हो गयी है.