Mahakumbh 2025: चिराग के जीजा ने विपक्षी नेताओं पर बोला हमला, बोले- कुंभ हमारी आस्था, न बनाए…
Mahakumbh 2025: महाकुंभ के पहले स्नान पर्व पौष पूर्णिमा पर श्रद्धालुओं की अगाध श्रद्धा देखने को मिल रही है. करोड़ों की संख्या में लोग पुण्य स्नान के लिए संगम तट की ओर उमड़ पड़े हैं. इस मुद्दे पर विपक्षी नेता खूब बयान दे रहे हैं.
Mahakumbh 2025: प्रयागराज में आज से महाकुंभ की शुरुआत हो चुकी है. इस धार्मिक आयोजन को लेकर विपक्ष ने सवाल उठाए तो लोजपा (आर) के सांसद और चिराग पासवान के जीजा अरुण भारती ने जवाब दिया. उन्होंने कहा कि कुंभ हमारी आस्था से जुड़ा हुआ एक महत्वपूर्ण आयोजन है, जिसमें लोग भगवान से आशीर्वाद लेने के लिए आते हैं. उन्होंने कहा कि कुंभ में हर साल लाखों लोग स्नान करने और भगवान के दर्शन करने के लिए आते हैं. इस बार प्रशासन ने व्यवस्थाओं को अच्छे से तैयार किया है, ताकि लोग व्यवस्थित तरीके से स्नान कर सकें और सुरक्षित रूप से दर्शन कर सकें.
हर चीज को राजनीति का मुद्दा नहीं बनाना चाहिए- अरुण भारती
अरुण भारती ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि हर चीज को राजनीति का मुद्दा नहीं बनाना चाहिए. उन्होंने विपक्ष से अपील की कि वे सकारात्मक भूमिका निभाएं और हर मुद्दे पर नकारात्मक न हों. बता दें कि विपक्ष लगातार महाकुंभ को लेकर केंद्र और उत्तर प्रदेश की सरकार को घेर रहा है.
क्या बोले थे विपक्षी नेता
हाल ही में सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भाजपा को आड़े हाथों लेते हुए कहा था, “हम पुण्य के लिए गंगा स्नान करने जाएंगे, जबकि वो (भाजपा) पाप धोने के लिए जाते हैं. मैं गंगा स्नान के लिए अक्सर जाता रहा हूं, जिसकी फोटो अगर मैं चाहूं, तो शेयर भी कर सकता हूं. जो भाजपा नेता मुझ पर आरोप लगा रहे हैं, वो जरा फोटो शेयर करके दिखाएं.”
इससे पहले आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और नगीना सीट से लोकसभा सांसद चंद्रशेखर आजाद ने महाकुंभ को लेकर विवादित बयान दिया था. उन्होंने कहा, महाकुंभ में वही जाएंगे, जिन्हें अपने पाप धोने हैं. लेकिन, मेरा सीधा-सा सवाल है कि क्या कोई यह बताता है कि उसने कब और क्या पाप किए थे?
ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रज़वी बरेलवी ने प्रयागराज में लगने वाले महाकुंभ को लेकर बयान दिया था. उन्होंने कहा कि प्रयागराज के निवासी सरताज ने दावा किया है कि जिस जमीन पर कुंभ के मेले का आयोजन किया जा रहा है, वो वक्फ की जमीन है. कुंभ के सभी इंतजाम वक्फ की जमीन पर हो रहे हैं. लेकिन, दूसरी तरफ कुंभ में मुसलमानों के प्रवेश पर पाबंदी लगाई जा रही है, जिसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जा सकता है.
मौलाना के इस बयान को लेकर खूब विवाद हुआ, जिसके बाद वो नरम पड़ गए थे. उन्होंने कुंभ मेले में जाने वाले सभी लोगों को शुभकामनाएं दीं और सभी मुसलमानों से अपील की कि श्रद्धालुओं पर पुष्प वर्षा की जाए.
इसे भी पढ़ें: महाकुंभ 2025: बिहार की अनामिका ने कुंभ ध्वज लेकर 13000 फुट से लगाई छलांग, बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड