महात्मा गांधी सेतु के पाये सुरक्षित, इस महीने शुरू होगा आवागमन
महात्मा गांधी सेतु के पाये सुरक्षित, इस महीने शुरू होगा आवागमन
पटना : महात्मा गांधी सेतु के सभी पाये सुरक्षित हैं. यह रिपोर्ट पुल के सर्वेक्षण के समय भी आयी थी. उसमें बताया गया था कि पायों में कोई कमी नहीं है. केवल सुपरस्ट्रक्चर को तोड़ने और उसके मरम्मत की जरूरत है. उस रिपोर्ट के आधार पर ही इस पुल की मरम्मत की गयी थी. अब इस पुल का पश्चिमी लेन लगभग बनकर तैयार है.
अलकतरा बिछाने का काम बाकी है. यह पूरा होते ही इस महीने के अंत तक इस पुल पर गाड़ियों का आवागमन शुरू हो जायेगा. पथ निर्माण विभाग के मंत्री नंद किशोर यादव ने रविवार को कहा कि महात्मा गांधी सेतु के सभी पाये सुरक्षित और पूर्ण रूप से बेहतर हालत में हैं. गंगा में मिट्टी का कटाव होता रहता है.
उससे पायों को किसी प्रकार का नुकसान नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि पुल पर 15 जून से आवागमन शुरू करने की योजना थी, लेकिन बारिश की वजह से काम में विलंब हुआ है. इस महीने के अंत तक आवागमन शुरू हो जायेगा. पिलर 27 की गहराई 200 फीट, रेन कट से खतरा नहींपटना.
पिलर 27 की मिट्टी शुक्रवार को हुई बारिश के पानी से कटी थी. इसके कारण 13.5 मीटर की गहराई तक मिट्टी बह गयी थी जिसे पूरी तरह भर दिया गया है. गांधी सेतु पथ प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता वीरेंद्र कुमार ने बताया कि पुल के पिलर की गहराई 200 फीट (65 मीटर) और मोटाई 40 फीट (12 मीटर) है. लिहाजा गहरे से गहरे रेन कट से भी इसको किसी तरह का खतरा संभव नहीं है.