शास्त्रीय भाषा की सूची में शामिल होगी मैथिली
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पहल पर शिक्षा विभाग ने मैथिली भाषा को शास्त्रीय भाषा की सूची में शामिल करने का आधिकारिक अनुरोध पत्र केंद्र सरकार को भेजा है.
संवाददाता, पटना मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पहल पर शिक्षा विभाग ने मैथिली भाषा को शास्त्रीय भाषा की सूची में शामिल करने का आधिकारिक अनुरोध पत्र केंद्र सरकार को भेजा है. शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने इस संबंध में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिख कर अनुरोध पत्र भेजा है. यह जानकारी सांसद और जदयू के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय कुमार झा ने दी है. यह जानकारी उन्होंने एक्स हैंडल पर साझा की है. शिक्षा मंत्री ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को लिखे पत्र के माध्यम से मैथिली को भारत की शास्त्रीय भाषा के रूप में अधिसूचित करने के लिए यथाशीघ्र उचित कदम उठाने का अनुरोध किया है. उन्होंने पत्र में लिखा है कि मैथिली, पूर्वोत्तर बिहार में लाखों लोगों की मातृभाषा है. शिक्षा मंत्री ने कहा है कि मैथिली, शास्त्रीय भाषा का दर्जा पाने हेतु सभी मानदंडों को पूरा करती है. मैथिली साहित्य संस्थान, पटना के डॉ शिव कुमार मिश्र एवं भैरव लाल दास ने मैथिली को शास्त्रीय भाषा के रूप में अधिसूचित करने के लिए राज्य सरकार द्वारा अनुशंसित किये जाने का स्वागत करते हुए सांसद व जदयू के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय झा के प्रति आभार व्यक्त किया है.
सीएम के प्रति जताया आभार :
सांसद संजय कुमार झा ने सभी मिथिलावासियों की ओर से इसके लिए मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया है. श्री झा ने कहा है कि मैथिली भाषा को शास्त्रीय भाषा का दर्जा मिलने से इसके संरक्षण एवं संवर्धन के प्रयासों को बल मिलेगा. साथ ही मिथिला और बिहार की भाषाई विरासत का सम्मान होगा. पिछले माह नई दिल्ली में परिवहन, पर्यटन एवं संस्कृति संबंधी स्थायी संसदीय समिति की बैठक के दौरान संजय कुमार झा ने संस्कृति मंत्रालय के अधिकारियों से भी इस संबंध में बात की थी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है