पटना में हवाला के बड़े नेटवर्क का खुलासा, गिरफ्त में आये कई एजेंट
आयकर विभाग ने बिहार के एक बड़े हवाला रैकेट को क्रैक किया है. पटना के कई मुहल्लों में इसके एजेंट या ऑपरेटर फैले हुए हैं, जो दो नंबर के पैसे लेने और पहुंचाने का काम करते हैं.
पटना : आयकर विभाग ने बिहार के एक बड़े हवाला रैकेट को क्रैक किया है. पटना के कई मुहल्लों में इसके एजेंट या ऑपरेटर फैले हुए हैं, जो दो नंबर के पैसे लेने और पहुंचाने का काम करते हैं. इसमें पटना सिटी, कुम्हरार, जक्कनपुर, चूड़ी मार्केट, अशोक राजपथ समेत अन्य इलाकों के हवाला ऑपेरटरों के यहां छापेमारी करके इन्हें पकड़ा गया है. यह कार्रवाई कई चरणों में कुछ दिनों पहले की गयी थी, लेकिन समुचित जांच-पड़ताल और गिरफ्त में आये लोगों से निरंतर पूछताछ के बाद अब पूरे नेटवर्क का पता चला है.
अब तक की पूछताछ में यह बात सामने आयी कि इन हवाला ऑपरेटरों का लिंक बिहार के कई शहरों भागलपुर, मुजफ्फरपुर, गया समेत अन्य के अलावा नयी दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद, सूरत, बेंगलुरु समेत अन्य शहरों से भी सीधे तौर पर जुड़े हैं. जांच में यह पता चला कि ये लोग लोहा, स्टील, कपड़ा समेत अन्य का व्यापार करने वाले कारोबारियों के रोजाना करोड़ों रुपये इधर से उधर या वहां से यहां ट्रांसफर करते हैं. जांच में यह भी पता चला है कि ये लोग कभी-कभार कुछ अधिकारियों और नेताओं के रुपये भी बड़े शहरों में ट्रांसफर करते हैं. फिलहाल इस मामले की तफ्तीश गहराई से चल रही है. इसके बाद ही संबंधित लोगों के नाम सामने आयेंगे. कोरोना संक्रमण काल में कारोबार मंदा होने से इस पर भी थोड़ा असर पड़ा है.
पांच मुख्य हवाला ऑपरेटरों के नाम आये सामने : इस जांच में अब तक पटना सिटी के दो प्रमुख हवाला कारोबारियों के नाम सामने आये हैं. इसके अलावा कुम्हरार, जक्कनपुर, चुड़ी मार्केट में एक-एक ऑपरेटरों के नाम सामने आये हैं. फिलहाल इन लोगों से इनके मेन स्पॉट के बारे में जानकारी ली जा रही है. लेकिन अब तक की पूछताछ में यह पता चला है कि ये लोग अवैध पैसे को सीधे भेजने या मंगवाने का काम करते थे. इसके लिए इन्होंने कुछ कुरियर भी बहाल कर रखा था, जिसे प्रत्येक खेप को पहुंचाने और लाने के लिए निर्धारित राशि दी जाती थी. इसी वर्ष फरवरी में ऐसा ही एक ही कुरियर पुरुषोत्तम अग्रवाल जक्कनपुर थाना क्षेत्र में बस स्टैंड से पहले पकड़ा गया था.
इस तरह हुआ पूरे रैकेट का खुलासा : आयकर विभाग ने इस वर्ष मार्च के पहले पखवारे में पटना आयरन प्राइवेट लिमिटेड, कालजन स्टील, आनंद स्टील समेत कुछ अन्य व्यापारियों के यहां छापेमारी की थी. आयकर चोरी के मामले में की गयी इस छापेमारी में करीब 12 करोड़ की हेराफेरी पकड़ी गयी. साथ ही कुछ दस्तावेज और डायरी भी बरामद हुई, जिसमें लेन-देन का पूरा हिसाब लिखा था. पूछताछ और सघन जांच के बाद इस पूरे हवाला रैकेट का पर्दाफाश हुआ.
डायरी में कोड का उपयोग : आयकर विभाग को छापेमारी में जो डायरी और कुछ दस्तावेज मिले हैं, उनमें कोड का काफी प्रयोग किया गया है. इनमें कई को डिकोड करके कई अहम बातें मालूम हुई हैं. जबकि कई को डिकोड किया जा रहा है. मसलन आरपी यानी पैसा लेने वाले का नाम, दिल्ली के लिए डीएल, बेंगलुरु के लिए साइबर, कोलकाता के लिए बाजार, मुंबई के लिए बॉलीवुड या स्टॉक जैसे नामों का उल्लेख है.