संवाददाता, पटना पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के मंत्री डॉ प्रेम कुमार ने उत्तर बिहार के जिलों में अधिक से अधिक पौधे लगाने के लिए योजना तैयार करने का अधिकारियों को निर्देश दिया है. उन्होंने कहा है कि उत्तर बिहार की जलवायु बसंतकालीन पौधारोपण के लिये अनुकूल है. साथ ही वित्तीय वर्ष 2024-25 में कृषि वानिकी-पॉप्लर योजना में पॉप्लर पौधारोपण के लिए निर्धारित लक्ष्य के तहत कार्रवाई करने के लिए कहा है. मंत्री डॉ प्रेम कुमार ने यह बातें विभागीय पदाधिकारियों के साथ समीक्षा में कहीं. मंत्री डॉ प्रेम कुमार ने कहा कि राज्य के भौगोलिक क्षेत्रफल का लगभग 15 प्रतिशत हरित आवरण से अच्छादित है. चतुर्थ कृषि रोडमैप में इसे बढ़ाकर 17 प्रतिशत किये जाने का लक्ष्य है. चतुर्थ कृषि रोडमैप में वर्ष 2023-28 में 20 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य है. वर्ष 2024-25 में 4.68 करोड़ पौधारोपण के लक्ष्य के विरुद्ध अभी तक 3.89 करोड़ पौधे लगाये जा चुके हैं. इस दौरान कृषि वानिकी अन्य प्रजाति योजना में अभी तक किसानों द्वारा 41.5 लाख के लक्ष्य के विरुद्ध 32.57 लाख पौधों का रोपण किया जा चुका है. वहीं, जीविका दीदियों के द्वारा 80.34 लाख पौधों के रोपण के लक्ष्य के विरुद्ध 75.24 लाख पौधों का रोपण किया गया है. 246 विभागीय पौधशालाएं पौधों की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए राज्य में 246 विभागीय पौधशालाएं स्थापित हैं, जिनकी उत्पादन क्षमता आठ करोड़ से अधिक है. इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री निजी पौधशाला योजना के अंतर्गत 192 किसान और 302 जीविका पौधशालाएं स्थापित हैं, जहां से एक करोड पौधे प्रति वर्ष उत्पादित होते हैं. किसानों और जीविका दीदियों से पौधशाला स्थापना के लिए आवेदन प्राप्त करने की प्रक्रिया चल रही है.
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