Market Inflation: पटना. लगातार हो रही बारिश ने पटना समेत बिहार के कई शहरों में महंगाई की आग लगा दी है. हरी सब्जियों की कीमत आसमान पर है. मतलब मौसम के साथ-साथ महंगाई की मार ने बिहार के लोगों को बेजार कर दिया है. सब्जियां इतनी महंगी हो गयी हैं कि कीमत सुनकर ही पसीने छूट रहे हैं. सब्जियों की महंगाई ने पूरे किचन का बजट बिगाड़ कर रख दिया है. इसके कारण लोग किलो के बदले पाव में सब्जियां खरीदने को मजबूर हो गये हैं. इनके दाम बढ़ने की बड़ी वजह मौसम में बदलाव और आवक में कमी का असर बताया जा रहा है. अधिकांश सब्जियां पश्चिम बंगाल, झारखंड, हरियाणा और दिल्ली से आ रही हैं.
25 रुपये प्रति किलो तक की बढोतरी
बिहार की राजधानी पटना की सबसे बड़ी सब्जी मंडी मीठापुर सब्जी मंडी में आम दिनों में जहां मंडी में भारी भीड़ दिखती है, सब्जियों की महंगाई के कारण काफी कम ग्राहक नजर आ रहे थे. बाजार में आनेवाले ग्राहक भी कुछ खास सब्जियों की ही खरीदारी करते नजर आए ताकि किसी तरह काम चलाया जा सके. राजधानी की सब्जी मंडियों और फुटकर बाजारों में केवल एक सप्ताह के भीतर ही सब्जियों के दाम में 20 से 25 रुपये प्रति किलो की बढ़ोतरी हो चुकी है. फुटकर बाजारों और मंडियों में प्याज 45 से 50, टमाटर 80-100, केला बतीसा 50-60 प्रति दर्जन हरा धनिया 200, हरी मिर्च 150 प्रति किलो तक बिक रही है.
प्याज की आवक घटकर एक चौथाई हो गयी
प्याज के थोक कारोबारियों के मुताबिक प्याज की आवक घटकर एक चौथाई रह गयी है. वहीं आलू की आवक 60 फीसदी कम हो गयी है. मंडियों में पहले 20-30 गाड़ी आलू की आवक हो रही थी. यह अभी सिर्फ 60 फीसदी रह गयी है. इसी तरह से पहले पटना की मंडियों में 20 गाड़ी प्याज की आवक हो रही थी, जो अब 15 ट्रक ही रह गयी है. दो सप्ताह पहले गर्मी के कारण और अब बारिश के कारण प्याज खराब हो रही है.
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कीमत एक नजर में प्रति किलो रुपये
- टमाटर- 80- 100
- परवल- 40- 50
- बोरा- 60- 80
- करैला- 50- 60
- नेनुआ- 40- 50
- भिंडी – 60- 80
- कद्दू – 30 – 40
- बैगन – 50- 60
- कुंदरी- 30- 40
- अरुई – 60- 80
- आलू – 180- 200
- प्याज – 220 -250
- केला बतीसा – 50- 60 रुपये प्रति दर्जन