Smart City की तरह बनेगा बिहार के 100 शहरों का मास्टर प्लान, सम्राट चौधरी ने किया ऐलान
बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने बुधवार को कहा कि बिहार में स्मार्ट सिटी की तर्ज पर मास्टर प्लान बनाकर राज्य के सभी शहरों को विकसित किया जायेगा. जिसके तहत हर क्षेत्र के लिये अलग-अलग जोन तय किये जायेंगे.
बिहार के डिप्टी सीएम सह वित्त मंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि राज्य में Smart City की तर्ज पर 100 शहरों का मास्टर प्लान बनेगा. इसके लिये शहर चिन्हित किए जाएंगे. इसकी तैयारी शुरु हो गयी है. पटना, मुजफ्फरपुर, गया और भागलपुर जैसे शहरों में कई सालों से मास्टर प्लान पर काम चल रहा है, लेकिन अभी तक पूरा नहीं हुआ है. सिर्फ पटना में ही 2014-15 मास्टर प्लान बनाने गये. दरअसल हमारी कोई प्लानिंग ही नहीं थी. वर्ष 1960 में पटना में पीआरडीए द्वारा कंकड़बाग कॉलोनी बनाया गया.
मास्टर प्लान बनाकर शहरों को किया जाएगा विकसित
बुधवार को सम्राट चौधरी विधानमंडल में विनियोग विधेयक 2024 पर सरकार का पक्ष रख रहे थे. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देशन में पूरे राज्य में स्मार्ट सिटी की तर्ज पर मास्टर प्लान बनाकर राज्य के सभी शहरों को विकसित किया जायेगा. जिसके तहत हर क्षेत्र के लिये अलग-अलग जोन तय किये जायेंगे. प्लानिंग के अनुसार यह तय होगा कि किस जोन में औद्योगिक क्षेत्र बने और किस क्षेत्र में आवासीय. प्लानिंग के अनुसार ही पार्क, ड्रेनेज और प्लांटिंग की जायेगी.
सभी नगर निकायों में बनेगा सम्राट अशोक कन्वेंशन सेंटर
उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि अंग्रेजों के जमाने में शहरों में टाउन हॉल और सर्किट हाउस बनाये गये थे. जो जीर्णशीर्ण हो गया है. सरकार प्रारंभिक चरण में सभी जिला मुख्यालय में टाउन हॉल की तर्ज़ पर सम्राट अशोक कन्वेंशन सेंटर बना रही है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर अब राज्य के सभी 263 नगर निकायों में जमीन की उपलब्धता के आधार पर सम्राट अशोक कन्वेंशन सेंटर बनाने का निर्णय लिया गया है.
वहीं, गंगा के किनारे के शहरों का गंदा पानी गंगा में नहीं जाये, इसके लिये नमामी गंगा योजना के तहत कार्य चल रहा है. इसके लिये केंद्र सरकार ने 12000 करोड़ दिया और राज्य सरकार अपनी हिस्सेदारी दी है. मंदिरी नाले पर सड़क बनाने का कार्य चल रहा है.
यूपीए सरकार की तुलना में बिहार को मिली पांच गुना राशि
उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि यूपीए सरकार की तुलना में पंद्रहवें वित्त आयोग की अनुशंसा पर बिहार को पांच गुना अधिक राशि मिली है. यह है डब्ल इंजन का कमाल. उन्होंने माकपा विधायक अजय कुमार पर तंज कसते हुये कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विजन के कारण आज इनके गांव तक सड़क पहुंची है. उन्होंने कहा कि गांव में सड़क नहीं होने के कारण इनके (अजय जी) के पिताजी चुनाव हार गये. उपमुख्यमंत्री ने कहा कि गांवों तक सड़क पहुंचाने और उसके मरम्मत के लिये करीब दस हजार करोड़ रुपये चाहिये.
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