अरबों के फ्रॉड का मास्टरमाइंड पटना का अरुणेश गिरफ्तार, ठगी के पैसे से भोजपुरी फिल्म कर चुका है प्रोड्यूस

अरुणेश और उसके गिरोह के लोग इन्वेस्टर से एफडीआर (फिक्स डिपोजिट रिसिप्ट)और शेयर के नाम पर पैसे जमा कराते थे. अरुण उस पैसे से पश्चिम बंगाल के वर्धमान में होटल, पटना में बेशकीमती प्लॉट, दिल्ली में मॉल और कॉमर्शियल प्रॉपर्टी खरीदी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 28, 2022 9:53 PM

पटना. नॉन बैंकिंग कंपनी इंडस वेयर इंड्रस्टीज लिमिटेड बनाकर देश के 10 राज्यों के लोगों से ठगी करने वाले गिरोह के मास्टरमाइंड पटना के अरुणेश सीता को वाराणसी पुलिस ने लखनऊ से गिरफ्तार कर लिया है. अरुणेश व उसके साथी ने पूछताछ में बताया कि उसने 12 सालों में करीब तीन अरब से अधिक की ठगी की है. अरुणेश सीता के अलावा उसके गिरोह के अहम सदस्य बालचंद चौरसिया को भी बलिया से गिरफ्तार किया गया है. पुलिस दोनों को कस्टडी रिमांड पर लेकर पूछताछ करने की तैयारी में है. दोनों ठगों को गिरफ्तार करने वाली टीम को 50 हजार रुपये का पुरस्कार देकर सम्मानित किया जायेगा.

2010 से शुरू की थी ठगी

पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश ने बताया कि पटना का मूल निवासी अरुणेश सीता पहले रिलायंस लाइफ इंश्योरेंस (आरएलआइ) में रीजनल मैनेजर के पद पर बिहार और पश्चिम बंगाल में काम करता था. वर्ष 2010 में उसने अपने साथियों अनिल त्रिवेदी और राशिद के साथ इंडस वेयर इंड्रस्टीज लिमिटेड और अन्य कंपनियां खोलकर पोंजी स्कीम का धंधा दिल्ली से शुरू किया. फिर देश के कई शहरों में इस नेटवर्क को फैलाया. अपनी कंपनी में कई डायरेक्टर्स, लीडर्स और एरिया मैनेजर जैसे पदों पर अपने खास लोगों को बैठा कर आमजन को चार साल में पैसा दोगुना करने का झांसा देकर ठगी का धंधा शुरू किया था.

पटना सहित विभिन्न राज्यों में अकूत संपत्ति

पूछताछ में पुलिस को जानकारी मिली है कि अरुणेश बालचंद बिहार के पटना, यूपी के लखनऊ समेत विभिन्न राज्यों में अकूत संपत्ति बना चुका है. इस मामले में यूपी क्राइम ब्रांच की टीम अब उसकी संपत्ति की भी जांच करेगी. पटना के कंकड़बाग, एसकेपुरी, बोरिंग रोड समेत अन्य जगहों पर इसके फ्लैट और प्लॉट हैं. दानापुर और फुलवारीशरीफ में भी अरुणेश ने जमीन खरीद रखी है.

पटना में कई थानों में है केस दर्ज

सूत्रों के अनुसार अरुणेश सीता पर पटना में कई थानों में प्राथमिकी दर्ज है. वाराणसी पुलिस जल्द ही पटना समेत बिहार के अन्य जिलों में छापेमारी करेगी. वहीं, पटना के वरीय पदाधिकारियों से कॉन्टैक्ट किया जा रहा है. बताया जा रहा है कि अरुणेश ने जो कंपनी खोली थी उसमें पटना के कई लोग काम करते थे और इस ठगी में बराबर के भागीदार थे. फिलहाल इस गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में छापेमारी की जा रही है.

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ठगी के पैसे से पांच फिल्म कर चुका है प्रोड्यूस

अरुणेश और उसके गिरोह के लोग इन्वेस्टर से एफडीआर (फिक्स डिपोजिट रिसिप्ट)और शेयर के नाम पर पैसे जमा कराते थे. अरुण उस पैसे से पश्चिम बंगाल के वर्धमान में होटल, पटना में बेशकीमती प्लॉट, दिल्ली में मॉल और कॉमर्शियल प्रॉपर्टी खरीदी. अरुणेश ने एक फिल्म कंपनी भी लांच की थी. ठगी के पैसे ही वह पांच भोजपुरी फिल्में भी प्रोड्यूस कीं. अरुणेश अपने लोगों को फाइव स्टार होटल में सक्सेस पार्टियां देता था.

अरुणेश की तलाश उत्तर प्रदेश के आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन के साथ ही कई जिलों की पुलिस भी कर रही थी. उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, नयी दिल्ली सहित कई राज्यों में इस गिरोह के खिलाफ मुकदमे दर्ज हैं.

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