Bihar Tourism: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई राज्य कैबिनेट की बैठक में बिहार के पर्यटन क्षेत्र के विकास के लिए ऐतिहासिक फैसले लिए गए. कैबिनेट ने सहरसा जिले में मत्स्यगंधा झील और कैमूर जिले में करमचट डैम को इको टूरिज्म और एडवेंचर हब के रूप में विकसित करने के लिए 147 करोड़ रुपये से अधिक की राशि को मंजूरी दी है. इन परियोजनाओं से बिहार में पर्यटन उद्योग को और बढ़ावा मिलेगा.
मत्स्यगंधा झील पर विकसित होगी विश्वस्तरीय सुविधा
कैबिनेट के निर्णय के अनुसार, सहरसा जिले में स्थित मत्स्यगंधा झील को 97.61 करोड़ रुपये की लागत से विश्वस्तरीय स्तर पर विकसित किया जाएगा. झील के आसपास पर्यटकों के लिए अत्याधुनिक सुविधाएं और मनोरंजन केंद्र आदि का निर्माण किया जाएगा. इसके साथ ही इस जगह की प्राकृतिक सुंदरता को और निखारने की भी योजना है.
कैमूर करमचट बांध बनेगा पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र
कैमूर के करमचट डैम को इको टूरिज्म और एडवेंचर टूरिज्म के हब के रूप में विकसित करने की योजना है. इसके लिए कैबिनेट ने 49.73 करोड़ रुपए मंजूर किए हैं. यहां पर्यटकों को एडवेंचर स्पोर्ट्स, कैंपिंग और इको फ्रेंडली सुविधाएं देने का काम किया जाएगा.
SASCI योजना के तहत पूंजी निवेश को मंजूरी
इससे पहले 1 दिसंबर को बिहार के पर्यटन मंत्री नीतीश मिश्र ने बताया था कि पूंजी निवेश के लिए राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को विशेष सहायता (SASCI) योजना के तहत, भारत सरकार ने बिहार में दो स्थलों सहरसा जिले में मत्स्यगंधा झील और रोहतास-कैमूर क्षेत्र में करमचट इको टूरिज्म और एडवेंचर हब के विकास के लिए 147.12 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं.
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