संवाददाता, पटना
जिले के सरकारी स्कूलों में दिये जाने वाले मध्याह्न भोजन की जानकारी अब स्कूलों को आइवीआरएस (इंटरेक्टिव वॉइस रिस्पांस सिस्टम) के साथ ही इ-शिक्षा कोष पोर्टल के माध्यम से भी देनी होगी. फिलहाल आइवीआरएस सिस्टम के माध्यम से जानकारी प्राप्त की जायेगी. लेकिन सितंबर माह से इ-शिक्षा कोष पोर्टल के जरिये ही जिले के सभी प्रारंभिक स्कूलों को एमडीएम से जुड़े डिटेल को प्रतिदिन अपडेट करना होगा. जिला शिक्षा कार्यालय की ओर से आइवीआरएस पर बेहतर रिस्पांस नहीं मिलने की वजह से पोर्टल के माध्यम से एमडीएम से जुड़ी जानकारी देने की शुरुआत सितंबर माह के अंतिम सप्ताह से शुरू की जायेगी. इ शिक्षा कोष पोर्टल के माध्यम से स्कूलों के प्रधान को यह जानकारी देनी होगी कि प्रतिदिन कितने बच्चों ने मध्याह्न भोजन किया और इसके साथ ही प्रतिदिन के मेन्यू के अनुसार उन्हें कैसा भोजन परोसा गया इसकी भी जानकारी देनी होगी. इसके अलावा सप्ताह में एक दिन गुरुवार को खाद्यान्न के उठाव और भंडारण रिपोर्ट को भी पोर्टल पर अपलोड करना होगा. इ-शिक्षा कोष पोर्टल पर सभी प्रारंभिक स्कूलों के हेड मास्टर को एमडीएम स्लॉट पर क्लिक कर उपरोक्त जानकारी शेयर करनी होगी.बर्तन और खाने की गुणवत्ता की भी करनी होगी चर्चा
इ-शिक्षा कोष पोर्टल पर सप्ताह में एक दिन गुरुवार को खाद्यान्न के भंडारण रिपोर्ट के साथ ही स्कूलों में बर्तन की उपलब्धता का भी जिक्र करना होगा. इसके साथ ही सप्ताह भर में बच्चों को परोसे गये खाने की गुणवत्ता रिपोर्ट को भी पोर्टल पर शेयर करना होगा. इसके अलावा अगर पोर्टल पर आने वाली शिकायतों के निबटारे के बारे में भी स्कूल के हेड मास्टर द्वारा क्या कार्रवाई की गयी, इसकी भी जानकारी पोर्टल के माध्यम से जिला शिक्षा कार्यालय को भेजनी होगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है