बिहार के रोहतास और जमुई में छिपे हैं 6090 करोड़ के खनिज, खनन के लिए ई-नीलामी प्रक्रिया शुरू
बिहार के रोहतास और जमुई जिले में करीब 6090 करोड़ के खनिज दबे हुए हैं. जिसमें जमुई के मजोस और भंटा में मैग्नेटाइट के करीब 4329 करोड़ रुपये का भंडार है. इसके अलावा रोहतास में लाइमस्टोन का भंडार छिपा है. इसके खनन के लिए ई-नीलामी को मंजूरी दे दी गई है.
Bihar News: बिहार के जमुई जिले में मैग्नेटाइट के दो और रोहतास जिले में लाइमस्टोन के एक ब्लॉक में छह हजार करोड़ से अधिक की खनिज संपदा दबी हुई है. इसका अनुमानित आरक्षित मूल्य करीब 6090.93 करोड़ रुपये है. केंद्र सरकार द्वारा इन सभी ब्लॉकों को राज्य सरकार को आवंटित करने के बाद एजेंसी चयन के लिए ई-नीलामी की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. इसके साथ ही सरकार द्वारा गठित निविदा स्वीकृति समिति की बैठक में ई-नीलामी को मंजूरी दे दी गई है. इस साल राज्य सरकार के माध्यम से इन तीनों ब्लॉकों से खनन शुरू होने की संभावना है. हाल ही में राज्य कैबिनेट की बैठक में भी इसकी मंजूरी मिल गई है.
जमुई में कितना खनिज
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार जमुई जिले के मजोस में करीब 0.812 वर्ग किमी इलाके में जी-2 ग्रेड का करीब 48.40 मीट्रिक टन मैग्नेटाइट (लौह अयस्क) का भंडार होने का अनुमान है. इसका अनुमानित आरक्षित मूल्य करीब 3817.60 करोड़ रुपये है. इसके साथ ही जमुई जिले के भंटा में करीब 0.169 वर्ग किमी इलाके में जी-3 ग्रेड का करीब 6.49 मीट्रिक टन मैग्नेटाइट (लौह अयस्क) होने का अनुमान है. इसका अनुमानित आरक्षित मूल्य करीब 511.91 करोड़ रुपये है.
रोहतास में कितना लाइमस्टोन
रोहतास जिले के भोरा कटरा में करीब 1.359 वर्ग किमी इलाके में जी-2 ग्रेड का करीब 33.25 मीट्रिक टन लाइम स्टोन (चूना-पत्थर) होने का अनुमान है. इसकी अनुमानित आरक्षित कीमत करीब 1761.42 करोड़ रुपये है.
एसबीआइ कैपिटल मार्केट्स और मेटल स्क्रैप ट्रेड कॉरपोरेशन करेगा ई-नीलामी में मदद
सूत्रों के अनुसार, इन तीनों ब्लॉकों की ई-नीलामी के लिए एसबीआई कैपिटल मार्केट्स लिमिटेड को ट्रांजेक्शन एडवाइजर के रूप में नियुक्त किया जाएगा. इसके साथ ही मेटल स्क्रैप ट्रेड कॉरपोरेशन लिमिटेड को नीलामी प्लेटफॉर्म के रूप में नियुक्त किया जाएगा. राज्य मंत्रिपरिषद ने हाल ही में इसकी अनुमति दे दी है.
भारतीय खान ब्यूरो ने कीमतों का लगाया है अनुमान
भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण ने बिहार में इन सभी खनिजों की उपलब्धता का आकलन कर रिपोर्ट दी है. साथ ही भारतीय खान ब्यूरो ने इन खनिजों की कीमत का अनुमान लगाया है.