बिहार में आज से नयी न्यूनतम मजदूरी दर लागू होगा. नयी संशोधित दर में सात से 11 रुपये तक की वृद्धि की गयी है. परिवर्तनशील महंगाई भत्ता के तहत मजदूरों को इस वृद्धि का लाभ दिया गया है. इस वृद्धि के तहत अब अकुशल कोटि के मजदूरों को कम से कम 373 रुपये रोजाना मिलेंगे. श्रम संसाधन मंत्री सुरेंद्र राम की सहमति के बाद विभाग की ओर से इस बाबत अधिसूचना जारी कर दी गयी है. सरकार के इस आदेश का लाभ राज्य के तीन करोड़ कामगारों को होगा.
बढ़ी हुई मजदूरी दर एक अक्तूबर से लागू होगी. इसके तहत अकुशल श्रेणी के मजदूरों को 366 रुपये रोजाना में सात रुपये वृद्धि की गयी है. वहीं, इस कोटि के कामगारों को 373 रुपये रोजाना मिलेंगे. अर्ध कुशल कोटि में काम करने वाले कामगारों को 380 रुपये रोजाना में आठ रुपये की वृद्धि की गयी. इस तरह अर्ध कुशल कामगारों को अब 388 रुपये रोजाना तो कुशल श्रमिकों को 463 रुपये रोजाना में नौ रुपये वृद्धि करते हुए 472 रुपये मिलेंगे.
वहीं अति कुशल श्रमिकों को 566 रुपये रोजाना में 11 रुपये वृद्धि करते हुए 577 रुपये दिये जायेंगे जबकि लिपिकिय या पर्यवेक्षकीय काम करने वाले कामगारों को 10478 रुपये महीना के बदले 210 रुपये वृद्धि करते हुए 10 हजार 688 रुपये महीना दिये जायेंगे. गौरतलब है कि सितंबर में ही श्रमिकों को दी जाने वाली न्यूनतम मजदूरी दर में वृद्धि की गयी थी. न्यूनतम मजदूरी दर में पुनरीक्षण के कारण पांच साल के अंतराल में 48 रुपये से लेकर 74 रुपये तक की वृद्धि हो गयी थी. यह वृद्धि व अप्रैल व अक्तूबर में होने वाली सामान्य वृद्धि से अलग थी.
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अकुशल कामगारों की मजदूरी 366 रुपये रोजाना से बढ़कर 373 रुपये हो गई
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अर्धकुशल कामगारों की मजदूरी 380 रुपया से बढ़कर 388 रुपया
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कुशल कामगारों की मजदूरी 463 रुपया से बढ़कर 472 रुपया
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अतिकुशल कामगारों की मजदूरी 566 रुपया से बढ़कर 577 रुपया
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लिपिकिय कामगारों की मजदूरी 10478 रुपया मासिक से बढ़कर 10688 रुपया मासिक