Bihar News: शराबबंदी नहीं बल्कि आर्थिक पिछड़ापन जहरीली शराब से मौत की वजह- मद्य निषेध मंत्री सुनील कुमार

बिहार में जहरीली शराब से मौत के मामलों की वजह आर्थिक पिछड‍़ापन है. यह बयान बिहार सरकार के मद्य निषेध मंत्री सुनील कुमार ने दिया है. उन्होंने बताया कि अन्य राज्यों में भी ऐसी घटनाएं सामने आती रहती है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 31, 2022 4:38 PM

बिहार में जहरीली शराब से मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा. हाल में ही सारण जिले के अंदर जहरीली शराब पीने से दर्जन भर से अधिक लोगों की मौत हो गयी. एक तरफ जहां शराबबंदी के दौरान जहरीली शराब से मौत का मामला मुद्दा बनता रहा है वहीं इस बीच बिहार सरकार के मद्य निषेध मंत्री सुनील कुमार ने इसे लेकर बयान दिया है और शराबबंदी को इन मौतों से अलग बताया है.

आर्थिक रूप से पिछड़ापन मौत की वजह- मंत्री

बिहार सरकार के मद्य निषेध मंत्री सुनील कुमार मीडिया से मुखातिब हुए. इस दौरान उन्होंने शराब से मौत मामले के साथ-साथ विभाग के द्वारा की गयी कार्रवाई की भी जानकारी दी. इस क्रम में उन्होंने इस मुद्दे पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी कि जहरीली शराब से मौत की वजह क्या है और दोषी कौन हैं. मंत्री ने बताया कि राज्य में जहरीली शराब से मरने का कारण शराबबंदी नहीं है. बल्कि आर्थिक रूप से पिछड़ापन होना इन मौतों की वजह है.

पैसे के लोभ में बनाते और पीते हैं सस्ती शराब- मंत्री

मंत्री सुनील कुमार ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि आर्थिक पिछड़ेपन के कारन कुछ लोग गलत धंधे में लग जाते हैं. पैसे के लिए गलत तरीके से शराब बनाने लगते हैं. ऐसे शराब को कुछ लोग बेहद सस्ता होने की वजह से खरीद लेते हैं. और इन्हीं कारणों से ऐसे हादसे होते हैं.

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अन्य राज्यों में भी ऐसे मामले- मंत्री

मंत्री ने ये भी कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी हमेशा कहते रहते हैं कि गलत चीज पियेंगे तो जान से हाथ धोयेंगे. मंत्री ने कहा कि जहरीली शराब से मौतें केवल उन्ही राज्यों में नहीं हो रही जहां पूर्ण शराबबंदी है. बल्कि उन राज्यों में भी ऐसे मामले सामने आते हैं जहां शराबबंदी नहीं है.

Posted By: Thakur Shaktilochan

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