बदमाशों ने बीच सड़क दो युवकों को गोलियों से भूना, एक की मौत

नौबतपुर . थाने के कोरावां गांव के समीप गुरुवार को बेखौफ अपराधियों ने दिन दहाड़े बीच सड़क पर दौड़ा कर दो युवकों को गोलियों से भून दिया.

By Prabhat Khabar News Desk | July 19, 2024 12:39 AM

नौबतपुर . थाने के कोरावां गांव के समीप गुरुवार को बेखौफ अपराधियों ने दिन दहाड़े बीच सड़क पर दौड़ा कर दो युवकों को गोलियों से भून िदया. जिससे एक की मौत मौके पर हो गयी, जबकि दूसरा घायल हो गया. मृतक चीकू कुमार (25 वर्ष) नौबतपुर के कोरावां गांव निवासी वीरेंद्र सिंह का पुत्र था. दूसरा घायल कोरावां गांव निवासी पप्पू (30 वर्ष) है. हमलावरों ने चीकू को ताबड़तोड़ छह गोलियां मारी है और पप्पू को एक गोली मारी है. हत्या से आक्रोशित लोगों ने शव के साथ सड़क जाम करते हुए जमकर हंगामा और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की. करीब दो घंटे से अधिक समय तक सड़क जाम से यातायात ठप रहा. मृतक चीकt के पिता वीरेंद्र सिंह ने नौबतपुर थाने में कोरावां गांव और जमलपुरा गांव के दो युवकों पर मोबाइल के पैसों के लेनदेन को लेकर हत्या का मामला दर्ज कराया हैबताया जाता है कि गुरुवार को चीकू कुमार रोड पर कोल्ड ड्रिंक पी रहा था. इसी दौरान बाइक सवार दो अपराधियों ने उसे घेर लिया और ताबड़तोड़ 6 गोलियां मारी. इसी दौरान वहां से बाइक से गुजर रहे पप्पू रुक कर देखने लगा तो उसे भी अपराधियों ने एक गोली मार कर घायल कर दिया. उसके बाद हवाई फायरिंग कर आराम से भाग गये. गोली लगते ही पप्पू थोड़ा आगे जाकर जमीन पर गिर गया. गोलीबारी की आवाज सुनने के बाद जुटे स्थानीय लोग पप्पू को इलाज के लिए एम्स ले गये, जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है. वारदात की जानकारी मिलने के बाद करीब 30 मिनट बाद नौबतपुर पुलिस घटना स्थल पर पहुंचकर जांच की. पुलिस ने मौके से गोली का सात खोखा बरामद किया है. फुलवारीशरीफ डीएसपी 2 दीपक ने कहा कि मृतक चीकू का अपराधिक इतिहास रहा है. नौबतपुर थाने में 2 और बिहटा थाने में तीन अपराधिक मामले दर्ज हैं. फिलहाल, हत्या का कारण स्पष्ट नहीं है, मामले में जांच चल रही है. इधर, चीकू की मां घटनास्थल पहुंची और मां को जैसे ही बेटे की मौत का पता चला वह शव के पास ही बेहोश हो गयी. बीच सड़क युवक की हत्या से पूरे गांव में सनसनी फैल गयी. परिजन के चीत्कार को देख लोगों की आंखें भी नम हो गयी. ग्रामीण सड़क जमकर बवाल कर रहे ग्रामीणों का कहना कि नौबतपुर में लगातार आपराधिक घटनाएं हो रही हैं. अपराधी पकड़े नहीं जा रहे हैं. पुलिस प्रशासन लापरवाह है. अफसरशाही के चरम पर रहने के कारण आम लोगों को न्याय मिल पाना मुश्किल हो गया है.

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