सिगरियावां गांव से लापता ऋषभ का शव चौथे दिन पानी भरे पइन में मिला
patna news:दनियावां. प्रखंड की शाहजहांपुर थाना क्षेत्र के सिगरियावां गांव से तीन दिनों से लापता मासूम तीन वर्षीय ऋषभ का शव चौथे दिन रविवार की सुबह गांव के गोढ़िया कोना खंदा के पानी भरे पइन के पुल के समीप मिला.
दनियावां. प्रखंड की शाहजहांपुर थाना क्षेत्र के सिगरियावां गांव से तीन दिनों से लापता मासूम तीन वर्षीय ऋषभ का शव चौथे दिन रविवार की सुबह गांव के गोढ़िया कोना खंदा के पानी भरे पइन के पुल के समीप मिला. शव मिलने की सूचना से पूरे इलाके में सनसनी फैल गयी. इस दौरान सैकड़ों की संख्या में ग्रामीणों की भीड़ घटनास्थल पर जुट गयी. सूचना मिलने पर शाहजहांपुर थाना की पुलिस, फतुहा डीएसपी टू और ग्रामीण एसपी मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझा बुझा कर शव को पोस्टमार्टम के लिए पटना भेजा. पैतृक गांव फतुहा के शिवचक में भी कोहराम मच गया.
बताया जाता है कि ऋषभ अपने घर का इकलौता चिराग था. विदित हो कि गुरुवार को सिगरियावां गांव निवासी सरोज यादव का तीन वर्षीय नाती ऋषभ कुमार घर के पास खेलते हुए लापता हो गया था. इसको लेकर परिजनों ने शाहजहांपुर थाने में एक महिला पर बच्चा चोरी करने का संदेह व्यक्त करते हुए मामला दर्ज कराया था.शाहजहांपुर पुलिस और परिजन ऋषभ के खोज में लगे थे. तीन दिनों तक पुलिस ने महिला समेत कई लोगों से पूछताछ की और दर्जनों जगह पर छापेमारी की पर ऋषभ का कोई पता नहीं चला. शनिवार को डॉग स्क्वायड की टीम को बुलाकर भी पूरे गांव और इलाके में खोजबीन की गयी थी.
ऋषभ के पिता नीरज कुमार जो फतुहा के शिवचक गांव के निवासी हैं और ननिहाल के परिजन मासूम को हत्या कर शव को पानी भरे गड्ढे में फेंकने का आरोप लगा रहे थे. इधर, ग्रामीण एसपी ने बताया कि मृतक के नाना के परिवार से गांव में किसी से दुश्मनी की बात सामने नहीं आयी है, पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चलेगा कि ऋषभ की मौत पानी में डूबने से हुई है या हत्या कर शव को फेंका गया है.घर से सात-आठ सौ मीटर दूर मिला शव
सुबह ऋषभ के घर से सात-आठ सौ मीटर पश्चिम उत्तर गोढ़िया कोना खंदा के पानी भरे पइन (पोखर) में पुल के पास उसका शव एक ग्रामीण युवक ने देखा और शोर मचाया. ऋषभ का शव देख उसके नाना-नानी और मां-पिता का रो रोकर बुरा हाल था. ऋषभ की मां प्रियंका देवी जो हाल ही में एक बच्ची को जन्म दिया था बार-बार बेहोश जा रही थी. बेहोशी की हालत में उसको अस्पताल में भर्ती कराया गया. घटना की गंभीरता को देखते हुए डॉग स्क्वायड और एसएफएल की टीम को बुलाकर पूरे मामले की बारीकी से जांच करायी. इस दौरान ग्रामीण महिलाएं पुलिस से भिड़ गयीं और शव ले जाने का विरोध करने लगी पर मौके पर मौजूद पुलिस अधिकारी व राजद विधायक अनिरुद्ध यादव ने समझा बुझाकर मासूम के शव को पोस्टमार्टम के लिए पटना भेज दिया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है