भाजपा नेता और भूमि सुधार व राजस्व मंत्री रामसूरत राय के मुजफ्फरपुर स्थित भाई के स्कूल में शराब लदे ट्रकें जब्त होने के मामले को लेकर शनिवार को विधानसभा रणभूमि बनी रही. भोजनावकाश के बाद स्वास्थ्य विभाग के बजट को लेकर चर्चा शुरू ही हो पायी थी कि विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने एक बार फिर शराबबंदी का मामला उठाया. इस पर उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने आपत्ति जताते हुए कहा कि जो बात आज की कार्यवाही में अधिसूचित है, उसी पर चर्चा हो सकती है. इतने में राजद विधायक तेजप्रताप यादव ने सत्ता पक्ष की ओर इशारा कर कुछ कहा, इसको लेकर सत्ता और विपक्ष के सदस्यों के बीच टकराव बढ़ गया. राजद के विधायक जहां वेल में कूद पड़े, वहीं भाजपा के संजय सरावगी और जनक सिंह भी वेल की ओर बढ़े. दोनों पक्षों के बीच धक्का-मुक्की भी हुई. एक दूसरे के खिलाफ अससंदीय शब्दों का प्रयोग किया गया.
इसके पहले सुबह नौ बजे तेजस्वी यादव ने अपने आवास पर प्रेस कांफ्रेंस कर मंत्री रामसूरत राय पर शराब जब्ती के मामले में गलतबयानी का आरोप लगाते हुए इस्तीफे की मांग की. दिन में 11 बजे सदन की कार्यवाही आरंभ हुई तो इस घटना को लेकर सदन में जबरदस्त हंगामा हुआ.
सदन की कार्यवाही दो बार स्थगित करनी पड़ी. इसके विरोध में राजद के विधायक विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा के कक्ष के बाहर धरने पर बैठ गये. थोड़ी देर बाद तेजस्वी यादव के नेतृत्व में राजद विधायकों का दल पैदल राजभवन मार्च किया. जहां तेजस्वी के नेतृत्व में एक शिष्टमंडल ने राज्पाल फागू चौहान को मंत्री रामसूरत राय को बरखास्त करने संबंधी ज्ञापन सौंपा.
Posted By: Thakur Shaktilochan