बिहार की राजनीति में बड़ा भूचाल होने की प्रबल संभावना है. एनडीए में शामिल रहे मुकेश सहनी भाजपा से चल रही तकरार के बाद अब अपनी ही पार्टी के विधायकों के निशाने पर हैं. वीआईपी पार्टी के विधायक उनका साथ छोड़कर भाजपा को समर्थन देने का मूड बना चुके हैं. जल्द ही सभी विधायक भाजपा के साथ खड़े दिख सकते हैं. वीआईपी पार्टी के विधायक ने इसकी पुष्टि की है.
मुकेश सहनी की पार्टी वीआईपी के तीनों विधायक मिश्री लाल यादव, राजू सिंह और स्वर्णा सिंह ने पार्टी छोड़ दी है. तीनों ने बुधवार को विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा से मुलाकात की है. बताया जा रहा है कि मुलाकात के दौरान बिहार के दोनों डिप्टी सीएम और बीजेपी के बिहार प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल भी वहीं मौजूद रहे.
वीआइपी पार्टी के विधायक मिश्री लाल यादव ने प्रभात खबर से बात करते हुए कहा कि वो वीआईपी पार्टी के सिंबल पर चुनाव जरुर लड़े लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है कि पार्टी के कारण ही जीत हुई. उनकी अपनी पहचान और पकड़ है, जिससे जीत मिली है. भाजपा से अपने लगाव को भी खुलकर जाहिर किया.
मिश्री लाल यादव ने कहा कि हम शुरू से ही भाजपा के ही रहे हैं और आगे भी भाजपा के साथ रहेंगे. चुनाव भले ही हमने वीआईपी पार्टी के साथ लड़ा वो उस समय की रणनीति थी एनडीए की. लेकिन भाजपा और एनडीए से हम कभी अलग नहीं हैं.
बता दें कि बोचहां उपचुनाव को लेकर भाजपा और मुकेश सहनी आमने- सामने हो चुके हैं. बीजेपी ने इस सीट पर उम्मीदवार उतार दिये तो वीआईपी पार्टी ने भी प्रत्याशी इस सीट पर उतारे हैं. इससे पहले यूपी चुनाव के दौरान मुकेश सहनी से भाजपा की तल्खी बढ़ी जब सहनी ने चुनाव तो अलग लड़ा ही पर खुलकर सीएम योगी आदित्यनाथ और पीएम नरेंद्र मोदी पर हमला बोला.
Published By: Thakur Shaktilochan