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मनरेगा: छह जिलों में एक को भी नहीं मिला सौ दिन काम

इस साल अभी तक छह जिलों में मनरेगा से सौ दिनों तक एक भी व्यक्ति को काम नहीं मिला है, जबकि चार जिलों में एक-एक, दो में दो-दो तथा चार जिलों में मात्र तीन-तीन लोगों ने मनरेगा में सौ दिनों तक कार्य पूर्ण किया गया.

अब तक कुल 389 को ही मिली सौ दिनों तक मजदूरी संवाददाता, पटना इस साल अभी तक छह जिलों में मनरेगा से सौ दिनों तक एक भी व्यक्ति को काम नहीं मिला है, जबकि चार जिलों में एक-एक, दो में दो-दो तथा चार जिलों में मात्र तीन-तीन लोगों ने मनरेगा में सौ दिनों तक कार्य पूर्ण किया गया. बक्सर, गोपालगंज, जमुई, खगड़िया, शेखपुरा और सुपौल जिले में एक भी व्यक्ति ने सौ दिनों तक काम पूरा नहीं किया, जबकि अरवल, कटिहार, सहरसा और सारण में एक-एक मजदूरों ने ही सौ दिनों तक काम पूर्ण किया है. दरभंगा और नवादा में दो तथा बांका गया, कैमूर और पश्चिमी चंपारण में तीन-तीन मजदूरों ने ही सौ दिनों तक काम पूर्ण किया. राज्यभर से अभी तक 389 को ही सौ दिनों तक काम मिला है, जबकि इस साल 1 करोड़ 36 लाख 72 हजार 933 परिवार मनरेगा में रजिस्टर्ड हैं. इन परिवारों की कुल सदस्य संख्या 1 करोड़ 62 लाख 14 हजार 595 है. जहानाबाद में सबसे अधिक 112 को सौ दिन काम जहानाबाद में सबसे अधिक 112 ने सौ दिनों तक काम पूर्ण किया है. इसके बाद नालंदा में 49 और औरंगाबाद में 29 मजदूरों ने सौ दिनों तक काम पूर्ण किया. अररिया में 15, बेगूसराय में 17, मुजफ्फरपुर में 32, पूर्णिया में 11, समस्तीपुर में 12, सीतामढ़ी में 15 ने ही सौ दिनों तक मजदूरी की. 11 जिलों में दहाई अंक में भी नहीं पहुंचा आंकड़ा राज्य के 11 जिलों में दहाई अंक में भी सौ दिनों तक काम करने का आंकड़ा अभी तक नहीं पहुंचा है. भोजपुर और पूर्वी चंपारण में पांच-पांच को, किशनगंज व लखीसराय में छह-छह को ही सौ दिनों तक काम मिला. मधेपुरा व मुधबनी में सात-सात, शिवहर व वैशाली में चार-चार, सीवान में सात, मुंगेर में छह तथा पटना में आठ ने ही सौ दिनों तक काम पूरा किया है. बीते तीन वर्षों में एक फीसदी को भी नहीं मिला सौ दिन काम बीते तीन वर्षों से एक फीसदी से भी कम परिवारों को सौ दिनों तक काम मिला. वित्तीय वर्ष 2023-24 में 0.69 फीसदी परिवारों ने ही सौ दिनों तक काम किया. इस वर्ष 47 लाख 46 हजार 59 में 32578 ने ही सौ दिनों तक काम किया. 2022-23 में 50 लाख 14 हजार 363 में 39 हजार 678 को हो सौ दिनों तक काम मिला. यह कुल संख्या का 0.79 प्रतिशत है. वर्ष 2021-22 में 47 लाख 75 हजार 783 में 21975 को ही सौ दिनों का काम मिला. यह कुल संख्या का 0.46 फीसदी है.

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