बिहार में 5 जी मोबाइल सर्विस लांच होने के बाद लाखों मोबाइल धारक कॉल ड्रॉप, बातचीत के दौरान फोन कट जाने या इंटरनेट की स्लो स्पीड से परेशान हैं. सूबे में रिलायंस जियो और एयरटेल की 5जी सर्विस लांच हो चुकी है. एयरटेल ने पटना के आठ इलाके में तथा रिलायंस जियो ने पटना, मुजफ्फरपुर, गया और भागलपुर में 5जी सर्विस लांच की है, लेकिन मोबाइल धारकों की परेशानी कम नहीं बल्कि और बढ़ गयी है. नेट का स्पीड भी काफी स्लो मिल रहा है. वहीं नये सिम को एक्टिवेट करने में भी काफी परेशानी आ रही है. बुधवार को जब प्रभात खबर ने इस समस्या की पड़ताल की तो दूरसंचार विभाग (डॉट) ने इन शिकायतों को काफी गंभीरता से लिया है. ट्राइ ने बिना रुकावट व उच्च क्वालिटी सर्विस मुहैया कराने का आदेश दिया है. दूरसंचार कंपनियां भी अपने-अपने स्तर से इसका समाधान ढू्ंढ रही है.
उपभोक्ता खराब नेटवर्क से परेशान
सूबे में 5जी की एंट्री के बाद से जियो और एयरटेल का 4जी नेटवर्क भी पहले की तरह वर्क नहीं कर रहा है. दोनों की स्थिति खराब है. इस नेटवर्क पर कॉल ड्रॉप की काफी ज्यादा समस्या आ रही है. साथ ही इंटरनेट कनेक्टिविटी नहीं मिल रही है. उपभोक्ताओं का हर दिन का डेटा बर्बाद हो रहा है. साथ ही ग्राहक चिंतित हैं कि क्या 5जी की वजह से जानबूझकर 4जी नेटवर्क को खराब करने का प्रयास किया जा रहा है, जिससे उपभोक्ता 5जी नेटवर्क की ओर बढ़े?
अधिकारियों का कहना है कि एयरटेल नॉन स्टैंड अलोन नेटवर्क पर काम कर रहा है. यानी अभी ‘4जी’ टावर के सहारे ही एयरटेल ‘5जी’ की सर्विस लोगों को प्रोवाइड करायी जा रही है. जबकि जियो स्टैंड अलोन नेटवर्क पर काम कर रहा है. यानी जियो के ‘4जी’ और ‘5जी’ टावर अलग-अलग हैं.
कंपनियों ने दावा किया था कि ‘5जी’ नेटवर्क से ‘4जी’ के मुकाबले 10 गुना फास्ट स्पीड मिलेगी. हालांकि वास्तविकता कुछ अलग ही है. ऑनलाइन प्लेटफॉर्म लोकल सर्किल की एक रिपोर्ट के अनुसार सूबे सहित देश में लगभग 56 फीसदी मोबाइल उपभोक्ता कॉल ड्राप और कॉल नेटवर्क से परेशान हैं. फोन पर बात करते हुए बार-बार कॉल कटने और नेटवर्क न होने से इंटरनेट कनेक्टिविटी के मामले में परेशानी आ रही है. रिपोर्ट के अनुसार 82 फीसदी मोबाइल धारकों को नेटवर्क समस्या से निपटने के लिए डेटा या वाइ-फाइ कॉल का सहारा लेना पड़ रहा है.
कॉल ड्रॉप की समस्या सबसे ज्यादा
दूरसंचार कंपनियों के अधिकारियों की मानें तो कॉल ड्रॉप की समस्या नेटवर्क से जुड़ी है. 5जी नेटवर्क के लिए अभी पर्याप्त टावर नहीं है. मौजूदा टावर्स पर ही नये उपकरण लगाये जा रहे हैं. कस्टमर आधार बढ़ाने की प्रतियोगिता निजी कंपनियों के बीच चल रही है. इसके कारण 4जी सर्विस से जुड़े उपकरण का मेंटेनेस नहीं हो पा रहा है. मोबाइल धारक 24 घंटे बिका रुकावट सर्विस चाहते हैं. मोटी रकम चुकाने के बाद वे क्वालिटी से समझौता के मूड में नहीं है. कुछ साल पहले जब 4जी आया था, तब भी इसी तरह की परेशानी हुई थीं. 4जी के चक्कर में 3जी और टूजी के ग्राहकों को मार पड़ी थी.
5जी कवरेज को ठीक करने में लगेगा वक्त
साइबर एक्सपर्ट राहुल सिंह रॉय ने बताया कि 5जी आने के बाद मोबाइल धारकों का 4जी फोन बेकार नहीं होगा. 5जी का आना कम्युनिकेशन नेटवर्क का केवल एक अपग्रेडेशन है. शुरुआत में तो यह 4जी नेटवर्क पर ही निर्भर रहेगा. लेकिन सच यह भी है कि आप 4जी फोन पर 5जी नेटवर्क की स्पीड का आनंद नहीं ले पायेंगे. 4जी के आने के छह साल बाद भी 3जी पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है, उसी तरह 5जी की लांचिंग के बाद 4जी खत्म नहीं होगा. वास्तव में देखा जाए तो 5जी के आने के बाद 4जी नेटवर्क की स्पीड अच्छी होगी और इसकी परफॉर्मेंस में भी सुधार होगा.
रिलायंस जियो के एक अधिकारी का कहना है कि अभी तो ‘ट्रू5 जी’ का रोल आउट चल रहा है. साल के अंत तक कमर्शियल लॉन्चिंग होगा. नेटवर्क सही तरीके से काम कर रहा है. बेसिक 5जी नेटवर्क अलग है. वहीं एयरटेल कंपनी के प्रवक्ता ने कहा कि अगर कभी किसी तकनीकी समस्या के कारण नेटवर्क में कोई व्यवधान आता है तो उसका निवारण तत्काल कर दिया जाता है.
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28 नवंबर को राज्य में एयरटेल ने 5जी सेवा शुरू की
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14 जनवरी, 2023 को रिलायंस जियो ने 5जी की शुरुआत की थी
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5जी की सेवा अब तक पटना, गया, भागलपुर व मुजफ्फरपुर में शुरू हो चुकी है.
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रिलायंस जियो इस साल के अंत तक बिहार सहित पूरे देश में 5जी सर्विस के दायरे में लाना चाहती है.
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आइडिया और वोडा अभी इस दौड़ में हुए हैं.
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रिलायंस – 36310101
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एयरटेल – 39646114
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आइडिया- वोडा – 9533826
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बीएसएनएल – 5730724
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कुल – 91220765