मोहन भागवत ने शहीदों के परिजनों को किया सम्मानित, बोलें- सभ्यता और संस्कृति से महाशक्ति बनेगा भारत
संघ प्रमुख मोहन भागवत रविवार को मलखाचक गांव में 333 स्वतंत्रता सेनानियों के परिजनों को सम्मानित करने के बाद उपस्थित जनसमूह को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि शहीदों की भूमि वंदनीय होती है और यह उनका सौभाग्य है कि उनको मलखाचक आने का मौका मिला है.
सारण जिले के दिघवारा में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा है कि भारत विश्वगुरु बनने की ओर अग्रसर है और जल्द ही महाशक्ति बनेगा. उन्होंने कहा कि रूस व अमेरिका जैसे देशों ने महाशक्ति बनकर डंडे का प्रयोग किया. रूस ने यूक्रेन पर हमला कर दिया है. लेकिन भारत अपनी मेधा व क्षमता की बदौलत विश्वगुरु बनने की राह पर है. उन्होंने कहा कि हमारे समाज, सभ्यता व संस्कृति की विश्व में अलग पहचान है और इसलिए देश का वैभव अमर है. तरक्की के साथ भारत अजेय बनेगा.
मलखाचक एक तीर्थ के समान – मोहन भागवत
मोहन भागवत रविवार को मलखाचक गांव में 333 स्वतंत्रता सेनानियों के परिजनों को सम्मानित करने के बाद उपस्थित जनसमूह को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि शहीदों की भूमि वंदनीय होती है और यह उनका सौभाग्य है कि उनको मलखाचक आने का मौका मिला है. उन्होंने समाज के सभी लोगों से शहीद व स्वतंत्रता सेनानियों के परिजनों को सम्मान देने का आग्रह किया. संघ प्रमुख ने कहा मलखाचक एक तीर्थ के समान है और इस स्थान का एक विशेष महत्व है. हमें इस भूमि की वंदना करनी चाहिये.
विश्व कल्याण के लिए भारत बड़ा बनेगा : संघ प्रमुख
आरएसएस प्रमुख ने कहा कि जब हम पर विदेशी आक्रमण नहीं हुआ था तो हम सुरक्षित थे और जब हम अपनों में बंटे तो अंग्रेजों ने इसका फायदा उठाया और हमें गुलाम बनाना शुरू किया. अपनों में बंटने के बाद ही ब्रिटिश हम लोगों को गुलाम बनाने में सफल रहे. मुगलों के आक्रमण के बाद सभी को अलग-अलग लड़ना पड़ा. अंग्रेजों ने अधूरी शिक्षा व्यवस्था को लागू कर हमें पंगु बनाना शुरू कर दिया था. लेकिन अब अपने देश की शिक्षा व्यवस्था में सुधार हुआ. उन्होंने कहा कि भारत को अब कोई दुरात्मा नहीं जीतेगी और विश्व कल्याण के लिए भारत बड़ा बनेगा. आज देश का विचार, प्रांत, भाषा, जाति अलग-अलग है. मगर सभी का एक ही लक्ष्य है देश की तरक्की व समृद्धि की प्राप्ति.
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13 शहीदों समेत 333 स्वतंत्रता सेनानियों के परिजनों का सम्मान
संघ प्रमुख ने प्रदेश के 333 स्वतंत्रता सेनानियों के परिजनों को सम्मानित किया. वहीं सारण, वैशाली समेत प्रदेश के विभिन्न जिलों के 13 शहीदों के परिजनों को भी मंच से सम्मान दिया गया. इसमें शहीद श्रीनारायण सिंह, रामदेनी सिंह, हरिनंदन प्रसाद, बैकुंठ शुक्ला, राजेंद्र सिंह के परिजन भी शामिल हैं. कार्यक्रम को केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय, लक्ष्मी प्रपन्न जीयर स्वामी, लक्ष्मनाचार्य महाराज, रवींद्र कुमार, महेंद्र प्रताप आदि वक्ताओं ने संबोधित किया. अतिथियों का स्वागत महेंद्र प्रताप ने व कार्यक्रम की अध्यक्षता व संचालन महाराजगंज सांसद जनार्दन सिंह सीग्रीवाल ने किया. इससे पूर्व मोहन भागवत ने रवींद्र कुमार द्वारा रचित पुस्तक ”स्वाधीनता आंदोलन की बिखरी कड़ियां” नामक का पुस्तक का विमोचन व डॉ. अजित सिंह के आवासीय परिसर में शहीद श्रीनारायण सिंह की प्रतिमा का अनावरण भी किया.