बिहार में अगले पांच दिन तक मॉनसून के रूठे रहने के आसार हैं. मौसम विभाग ने इससे जुड़ा पूर्वानुमान जारी किया है. रविवार को जारी पूर्वानुमान के मुताबिक दिन और रात का तापमान दो से पांच डिग्री सेल्सियस तक बढ़े रहने की आशंका है. फिलहाल बिहार के वर्तमान मौसमी परिदृश्य में बेहतर खेती की राह कठिन दिख रही है.
वहीं, बढ़े हुए तापमान और नमी की मात्रा से अगले हफ्ते मलेरिया का प्रकोप बढ़ सकता है. आइएमडी के मुताबिक बिहार और उससे सटे क्षेत्रों में मॉनसून की सक्रियता में सबसे बड़ी बाधा कम दबाव और समुद्री चक्रवाती का अभाव है.
दरअसल बिहार में बारिश के लिए बंगाल की खाड़ी के उत्तरी हिस्से में कम दबाव का केंद्र बनना चाहिए. अभी कम दबाव व चक्रवाती क्षेत्र मध्य बंगाल की खाड़ी में बन रहे हैं, जो सीधे तौर पर मध्य भारत और उसके ऊपरी इलाके में बारिश करा रहे हैं. आइएमडी ने इस आधार पर साफ किया कि अगले पांच दिन बिहार में उल्लेखनीय बारिश के आसार बेहद कम हैं.
उल्लेखनीय है कि अभी बिहार में न्यूनतम तापमान 25 से 28 डिग्री के बीच है, जो सामान्य से कुछ अधिक है. हालांकि, पिछले 72 घंटे में बिहार में औसतन 23 मिलीमीटर बारिश हुई है. इससे खेती को कुछ राहत मिली है. हालांकि, यह सिंचाई का बड़ा समाधान नहीं है. बिहार में अभी तक सामान्य से 40 फीसदी कम 413 मिलीमीटर बारिश हुई है.
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मौसम विज्ञानियों के मुताबिक बिहार में इन दिनों आ रहे घनघोर बादल छत्तीसगढ़ में सक्रिय मॉनसूनी सिस्टम का हिस्सा हैं. जहां डिप्रेशन जोर मार रहा है. बिहार के बादल उसी कम दबाव के क्षेत्र की और जा रहे हैं. लिहाजा जाते-जाते कहीं-कहीं बरस जाते हैं. हालांकि, बरसने की समयावधि बेहद कम होती है.