पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि नौ अगस्त को बिहार पृथ्वी दिवस के दिन ढाई करोड़ से अधिक पौधे एक दिन में लगाये जायेंगे. उन्होंने आमलोगों से सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने की अपील की. सीएम ने कहा कि अगर हम जागरूक नहीं होंगे तो किसी न किसी बीमारी की चपेट में आते रहेंगे. जेनेटिकली मोडीफाइड क्रॉप से पर्यावरण नुकसान की आशंका जताते हुए इसे रोकने की उन्होंने वकालत की. मुख्यमंत्री ने कहा कि पांच जून को विश्व पर्यावरण दिवस के साथ संपूर्ण क्रांति दिवस और कबीर जयंती के रूप में भी मनाया जाता है.
शुक्रवार को विश्व पर्यावरण दिवस पर संवाद में ‘कोरोना–मानवता को प्रकृति का संदेश’ विषय पर आयोजित वेबिनार को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा कि लोकनायक जयप्रकाश नारायण की संपूर्ण क्रांति और डॉ राम मनोहर लोहिया की सप्तक्रांति में पर्यावरण का विशेष महत्व है. 2005 के बाद बिहार में चलाये गये पल्स पोलियो अभियान को बिल गेट्स सहित सभी लोगों ने सराहा था. मुख्यमंत्री ने कहा कि लिम्का बुक अॉफ रिकॉर्ड्स ने चंपारण सत्याग्रह केे शताब्दी वर्ष कार्यक्रम के ‘बापू आपके द्वार‘ कैंपेन को विश्व कीर्तिमान के रूप में दर्ज कार्यक्रम को पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री सह उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, प्रधान सचिव, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन दीपक कुमार सिंह ने संबोधित किया.
दिल्ली से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से पूर्व सचिव पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन भारत सरकार सीके मिश्रा और महानिदेशक टेरी डॉ अजय माथुर ने प्रजेंटेशन के माध्यम से अपनी बात रखी. इस दौरान मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव मनीष कुमार वर्मा, सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के सचिव अनुपम कुमार सहित पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के अन्य वरीय पदाधिकारी और सभी जिलों के उप विकास आयुक्त जुड़े थे.
जल-जीवन-हरियाली अभियान शुरू
सीएम ने कहा कि पर्यावरण और भूजल संरक्षण के लिए जल–जीवन–हरियाली अभियान के तहत 11 सूत्री कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं. इसकी तारीफ बिल गेट्स ने की थी. इसके अंतर्गत तालाब, आहर, पइन, पोखर, सार्वजनिक कुओं की मरम्मत हो रही है. हर घर नल का जल पहुंचाने, चापाकल को चालू करने सहित सार्वजनिक कुओं और सोख्ता का निर्माण कराया जा रहा है. सरकारी भवनों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग का काम हो रहा है.
कृषि कार्य के लिए किसानों को बिजली उपलब्ध करायी जा रही. गंगा नदी के पानी को अपलिफ्ट कर राजगीर, बोधगया, गया, नवादा में स्टोर किया जायेगा. उसे शुद्ध कर पेयजल के रूप में घरों में आपूर्ति की जायेगी. मौसम के अनुकूल फसल चक्र सभी जिलों में अपनाया गया है. लोगों को फसल अवशेष नहीं जलाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है. तालाब, पोखर, सड़कों के किनारे पौधे लगाये जा रहे हैं.
राज्य में 22 करोड़ से ज्यादा पौधारोपण किया गया
मुख्यमंत्री ने कहा िक झारखंड से बंटवारे के बाद बिहार का हरित आवरण नौ प्रतिशत रह गया था. 2012 में हरियाली मिशन की शुरुआत कर 24 करोड़ पौधारोपण का लक्ष्य रखा गया. इसमें 22 करोड़ से ज्यादा पौधारोपण किया गया. अब राज्य का हरित आवरण 15 प्रतिशत हो गया है और 17 प्रतिशत हरित आवरण प्राप्त करने के लक्ष्य पर काम किया जा रहा है.