10 जुलाई तक 11 जिलों के 40 लाख से अधिक परिवारों को मिलेगा फ्लोराइड से मुक्ति
राज्य के 11 जिलों में 3814 वार्ड फ्लोराइड प्रभावित है. यहां की आबादी 40 लाख से भी अधिक हैं, जो वर्षों से फलोराइड युक्त पानी पी रहे है. इस कारण से यहां के लोग बीमार भी होते है. लेकिन मुख्यमंत्री नल जल योजना के तहत 10 जुलाई तक इन वार्डों का काम पूरा हो जायेगा और लोगों के घरों में शुद्ध पानी पहुंच जायेगा.
पटना : राज्य के 11 जिलों में 3814 वार्ड फ्लोराइड प्रभावित है. यहां की आबादी 40 लाख से भी अधिक हैं, जो वर्षों से फलोराइड युक्त पानी पी रहे है. इस कारण से यहां के लोग बीमार भी होते है. लेकिन मुख्यमंत्री नल जल योजना के तहत 10 जुलाई तक इन वार्डों का काम पूरा हो जायेगा और लोगों के घरों में शुद्ध पानी पहुंच जायेगा. पीएचइडी के वरीय अधिकारियों ने कहा कि फ्लोराइड समस्या गया, नवादा, नालंदा, शेखपुरा, मुंगेर, जमुई, भागलपुर, बांका, भभुआ, सासाराम एवं औरंगाबाद के कुछ वार्डों में हैं.
वहीं, आयरन व आर्सेनिक प्रभावित वार्डों की भी विभागीय स्तर पर सप्ताह में दो दिन ऑनलाइन समीक्षा हो रही है. काम की गति हुई तेज, बढ़ायी गयी निगरानी फ्लोराइड प्रभावित 3814 वार्डों के छह लाख 10 हजार घरों में शुद्ध पानी पहुंचाने का काम चल रहा है.
विभागीय समीक्षा बैठक में अधिकारियों ने कहा कि नवादा जिला के रजौली बहुग्रामीण जलापूर्ति परियोजना से 128 वार्ड, मुंगेर जिला खैर बहुग्रामीण पाइप जलापूर्ति योजना 13 वार्ड नालंदा जिला के सिलाव बहुग्रामीण परियोजना से 22 वार्ड को शुद्ध जल पहुंचाया जा रहा है. बाकी वार्डों में काम तेजी से हो रहा है.
1898 वार्डों में योजना पूर्ण हो चुका है. बाकी वार्डों में काम अंतिम चरण पर है. विभागीय स्तर पर समीक्षा भी बढ़ायी गयी है. यह हो रही थी बीमारियांजल की गुणवत्ता की दृष्टि से फलोराइड अत्यंत खराब अशुद्ध है. जिससे लोगों में दांत एवं हड्डी की गंभीर बीमारी होती है. विगत दो वर्षों में अधिक फ्लोराइड जल युक्त पानी का सेवन करने से हजारों लोग बीमार पड़ चुके है. इस कारण से इन वार्डों में काम को तेज किया गया है.
जुलाई के प्रथम सप्ताह तक फलोराइड प्रभावित क्षेत्रों में नल जल योजना के तहत लोगों के घरों में शुद्ध पानी पहुंचने लगेगा. प्रभावित वार्डों में काम की गति काफी तेज है.
विनोद नारायण झा, मंत्री, पीएचइडी