ठेकेदार के चक्कर में फंसे हैं पीएनजी के 50 हजार से अधिक उपभोक्ता
गेल इंडिया ने पटना में पीएनजी कनेक्शन का जाल बिछाया दिया है. इसके तहत पीएनजी कनेक्शन लक्ष्य से अधिक हो चुके हैं.
सुबोध कुमार नंदन, पटना गेल इंडिया ने पटना में पीएनजी कनेक्शन का जाल बिछाया दिया है. इसके तहत पीएनजी कनेक्शन लक्ष्य से अधिक हो चुके हैं. लेकिन पिछले पांच सालों में 20 हजार किचेन में ही पीएनजी से खाना बन रहा है. जानकारी के अनुसार पिछले पांच सालों में लक्ष्य से अधिक 50,154 से अधिक किचेन तक पीएनजी का कनेक्शन हो चुका है. वहीं, आधारभूत संरचना 70,746 किचेन तक पहुंच चुका है. इसके बावजूद 50 हजार से अधिक लोग अपने कनेक्शन का इंतजार कर रहे हैं. ये लोग कनेक्शन के लिए गेल के कार्यालय में चक्कर लगा रहे हैं. तीन साल पूर्व विभिन्न इलाकों के लोगों ने रजिस्ट्रेशन करवाया था. इसके बाद कोरोना संकट आने के बाद नये कनेक्शन के लिए रजिस्ट्रेशन बंद हो गया. जानकारी के अनुसार काम अच्छा नहीं होने के कारण पूर्व के ठेकेदार को हटाया दिया गया था. इसके बाद छह ठेकेदारों को टेंडर दिया गया है. गेल इंडिया के अधिकारियों को उम्मीद है कि जिन इलाकों में कनेक्शन पहुंच चुका है, वहां के उपभाेक्ताओं के किचेन में जल्द-से-जल्द खाना बने. साथ ही कंपनी का दावा है कि हर दिन 15 से अधिक नये कनेक्शन लोगों को दिये जा रहे हैं. बोरिंग रोड, एसके पुरी, कवि रमण पथ, नागेश्वर कॅालोनी, पाटलिपुत्र कॉलोनी, गर्दनीबाग सरकारी क्वार्टर, रामनगरी, पटेल नगर, आशियाना , मजिस्ट्रेट कॉलोनी, व्यास नगर, रुकनपुरा, जगदेव पथ, महुआबाग, विजयनगर, वेदनगर, गोला रोड, सगुना मोड़, आरपीएस मोड़, कोथवा, आरके पुरम, दानापुर, लेखा नगर, आर्य समाज रोड, महेश नगर, इंद्रपुरी, केशरी नगर, एजी कॉलोनी, सीडीए कॉलोनी, कौटिल्य नगर, समनपुरा, आशियाना-दीघा रोड, पोलसन रोड, पाटलिपुत्र रेल परिसर, बीसीडी कॉलोनी आदि.
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