मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना में आज यानि सोमवार को जनता दरबार लगाया. जहां मुख्यमंत्री महीने के पहले सोमवार को पुलिस, गृह विभाग और प्रशासनिक मामलों की सुनवाई करते है. इस बार के जनता दरबार में बिहार के अलग अलग जगहों से आए फरियादियों ने मुख्यमंत्री के सामने अपनी समस्या रखीं. इस बार ज्यादातर मामले जमीन से जुड़े हुए आए हैं. लोग अंचल स्तर से हो रही गड़बड़ी की शिकायत लेकर फरियादी मुख्यमंत्री के पास पहुंचे. सीएम ने फ़रियाद सुनने के बाद उचित एक्शन लेने का निर्देश भी दिया.
जनता दरबार में रोते बिलखते महिला ने बताया की उसकी बेटी लक्ष्मी की शादी 30 अप्रैल 2021 को प्रिंस कुमार के साथ हुयी थी. जबकि उसकी मौत 26 दिन बाद हो गयी. मृतका के परिजनों ने आरोप लगाया था कि लक्ष्मी के रिसेप्शन के बाद से दहेज के लिए ससुराल वाले उसे प्रताड़ित कर रहे थे. जिसके कारण वह मायके आ गयी थी. बाद में सुलह समझौता के बाद ससुराल वाले उसे बुलाकर घर ले गये थे. जहां षड्यंत्र के तहत जहर देकर उसे मार डाला गया. इसके बाद महिला ने जो बताया वह सुनकर सीएम नीतीश भी चौंक गए और उन्होंने डीजीपी को फोन लगा दिया.
महिला का कहना है की वह बेटी को न्याय दिलाने के लिए थाने के चक्कर काट रही थी. इसी दौरान पुलिस वालों उससे 12 लाख रुपये की मांग की थी और महिला ने पैसे भी दे दिए लेकिन अभी तक पुलिस की तरफ से कोई भी कार्रवाई नहीं की गई है. जिसके बाद मुख्यमंत्री ने डीजीपी को फ़ोन किया और कहा कि एक महिला फरियादी आई है, जिसकी बेटी को शादी के 26 दिन बाद ज़हर देकर मार दिया गया. इस पर जल्द से जल्द कार्रवाई की जाए.
इधर बेतिया के पुलिस अधीक्षक उपेंद्र नाथ वर्मा ने मृतका की मां के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि पुलिस द्वारा लापरवाही बरतने का आरोप गलत है. पुलिस ने कार्रवाई की हैं और शेष अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए छापामारी कर रही है. मामले में 6 लोगों पर केश दर्ज किया गया था जिसमें चार लोग दोषी पाए गए है.