Motihari Bridge Collapse: पुल गिरने की जांच करने पहुंची एफएसएल की टीम, सबूत गायब

Motihari Bridge Collapse मामले की जांच करने के लिए टीम के पहुंचने से पहले ही पुल निर्माण एजेंसी ने रातो रात गिरे पुल का मलबा गायब कर दिया था. इससे प्रथम दृष्टया पुल निर्माण एजेंसी की लापरवाही सामने आ रही है

By RajeshKumar Ojha | June 24, 2024 7:04 PM

Motihari Bridge Collapse बिहार के पूर्वी चंपारण जिला के घोड़ासहन प्रखंड क्षेत्र के अमवा में रविवार को 1 करोड़ 59 लाख की लागत से बन रहा पुल गिर गया था. सोमवार को इसकी जांच करने मुजफ्फरपुर की एफएसएल व पुलिस टीम घटना स्थल पर पहुंची. एफएसएल की दो सदस्यीय टीम व छौड़ादानो अंचल निरीक्षक धनंजय कुमार ने संयुक्त रूप से जांच की. जांच के दौरान घटनास्थल से टीम को कई सबूत गायब मिले.

अधिकारी के पहुंचने से पहले मलबा गयाब


एफएसएल टीम के अधिकारी ने बताया कि जब पुल निर्माण कंपनी ने पुल गिरने की घटना को लेकर अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी है, तब सारे सबूत यहां से नहीं हटाने चाहिए थे. पुल निर्माण एजेंसी ने रातो रात गिरे पुल का   मलबा गायब कर दिया है. इससे प्रथम दृष्टया पुल निर्माण एजेंसी की लापरवाही सामने आ रही है.  अंचल निरीक्षक ने आसपास के ग्रामीणों से पुल गिरने की घटना के बारे में जानकारी ली.  ग्रामीणों के बयान को दर्ज किया.

1 करोड़ 59 लाख की लागत से पुल बन रहा था


  मौके पर एफएसएल टीम व अंचल निरीक्षक के साथ पुअनि विकास कुमार, दीपक कुमार व पुलिस बल मौजूद रहे.  बताते चलें कि शनिवार की रात ढलाई के बाद 1 करोड़ 59 लाख की लागत से बन रहा पुल गिर गया. ग्रामीणों ने घटिया पुल निर्माण कार्य को लेकर पुल निर्माण एजेंसी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की व प्रदर्शन किया था. 17.95 मीटर की लंबाई में बन रहे पुल का शिलान्यास बीते 10 मार्च को शिवहर की तत्कालीन सांसद रमा देवी ने किया था. पुल का निर्माण धीरेंद्र कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड कर रही है.

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