-सभापति ने कार्य स्थगन प्रस्ताव के शब्दों पर जतायी आपत्ति संवाददाता,पटना विधान परिषद में अब्दुल बारी सिद्दीकी ने केंद्र की तरफ से लाये गये वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2024 को वापस लेने की मांग करते हुए कार्य स्थगन प्रस्ताव रखा. सभापति अवधेश नारायण सिंह ने ने नियमों का हवाला देते हुए खारिज कर दिया. इस पर सदन की नेता प्रतिपक्ष राबड़ी देवी के नेतृत्व में विपक्षी सदस्यों ने नारेबाजी शुरू कर दी. विपक्ष वेल में जा पहुंचा. इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मौजूद रहे. इस दौरान संसदीय कार्य मंत्री विजय चौधरी ने कार्य स्थगन प्रस्ताव की मंशा को पूरी तरह नियम विरुद्ध बताया. इस पर सभापति ने राबड़ी देवी से आग्रह किया कि सभी को अपनी जगह पर बिठाएं. उन्होंने सिद्दीकी को अपने स्थगन प्रस्ताव को पढ़ने की अनुमति दी. सिद्दीकी ने वक्फ संशोधन बिल को मुस्लिम समुदाय की धार्मिक आजादी पर चोट बताया. कहा कि सांप्रदायिक विभाजन करने की साजिश है. इसे वापस लिया जाना चाहिए. प्रस्ताव के विषय का राज्य से कोई संबंध नहीं : विजय चौधरी इसके जवाब में मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कार्य स्थगन प्रस्ताव का कड़ा प्रतिवाद करते हुए कहा कि जिस विषय का राज्य से संबंध नहीं है, उसे सदन में नहीं उठाना चाहिए. एमएलसी को नियम से परे यह व्यवहार नहीं करना चाहिए. इस पर सिद्दीकी ने प्रतिवाद किया कि विशेष राज्य के दर्जे का क्या हुआ? इसके बाद विजय चौधरी ने बताया कि राज्य की बात को मानते हुए ही विभिन्न योजनाओं में केंद्र ने करीब 20 हजार करोड़ से अधिक रुपये का प्रावधान किया है. इसी दौरान मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने विपक्ष पर हमला बोला कि जिस बिल पर अभी जेपीसी काम कर रही है. अभी विधेयक पारित ही नहीं हुआ. उस बिल को वापस लेने की मांग की जा रही है. यह विपक्ष की सबसे बड़ी अज्ञानता है. अंत में इस प्रस्ताव को सभापति ने खारिज कर दिया. साथ ही कहा कि स्थगन में कुछ शब्द उचित नहीं थे. इसका ध्यान रखा जाए.
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