बिहार से जुड़े हैं अंबानी के घर के आगे विस्फोटक भरी कार रखने के तार, तिहाड़ से मिले फोन और मोबाइल नंबर खोल सकते हैं कई राज
देश के सबसे बड़े उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के बाहर विस्फोटक भरी कार खड़ा करने के मामले का तार अब बिहार से भी जुड़ चुका है. सुरक्षा एजेंसी ने जांच के दौरान तिहाड़ जेल से एक विवादित फोन व सीम कार्ड बरामद किया है. यह कार्ड बिहार के समस्तीपुर जिले के रहने वाले तहसीन के सेल से बरामद किया गया है. जानकारी के अनुसार, तहसीन इंडियन मुजाहिद्दीन(आईएम) का आतंकी है जो अभी तिहाड़ जेल में बंद है.
देश के सबसे बड़े उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के बाहर विस्फोटक भरी कार खड़ा करने के मामले का तार अब बिहार से भी जुड़ चुका है. सुरक्षा एजेंसी ने जांच के दौरान तिहाड़ जेल से एक विवादित फोन व सीम कार्ड बरामद किया है. यह कार्ड बिहार के समस्तीपुर जिले के रहने वाले तहसीन के सेल से बरामद किया गया है. जानकारी के अनुसार, तहसीन इंडियन मुजाहिद्दीन(आईएम) का आतंकी है जो अभी तिहाड़ जेल में बंद है.
मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर विस्फोटक वाली कार खड़े होने का मामला सामने आते ही जांच एजेंसियां सक्रिय हो गई. तहकीकात के दौरान पुलिस एक फोन व सीम कार्ड को ढूंढ़ते हुए तिहाड़ जेल तक पहुंच गई. विवादित फोन व सिम कार्ड जिस तहसीन के सेल से बरामद की गई वो बिहार के समस्तीपुर निवासी मो. वसीम अख्तर का बेटा है. तहसीन के चाचा एक राजनीतिक दल से जुड़े भी बताये जा रहे हैं.
साजिश में तहसीन का नाम सामने आने पर पूरा परिवार दंग है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, तहसीन उर्फ मोनू समस्तीपुर के कल्याणपुर थाना क्षेत्र के मनियारपुर वार्ड-14 का निवासी है. बताया जाता है कि वह पढ़ने में काफी तेज था. मैट्रिक की परीक्षा देकर वह 2011 में दरभंगा में पॉलीटेक्निक की पढ़ाइ करने चला गया था. इसी दौरान वह आतंकी संगठन आईएम के संपर्क में आया और जल्द ही संगठन में मास्टरमाइंड की भूमिका में आ गया. जब एनआईए उसकी खोज में लग गई तो उसी साल तहसीन के पिता ने उसकी गुमशुदगी का मामला कल्याणपुर थाने में दर्ज कराया.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार,जांच एजेंसी ने स्थानीय खुफिया विभाग से तहसीन के लोकल कनेक्शन की जांच पड़ताल की जानकारी मांगी है. उधर जब तहसीन से जेल में इस मामले के बारे में पूछताछ किया गया तो वह गोलमोल जवाब ही देता रहा. पुलिस ने उसकी सेल से बरामद किए फोन को फोरेंसिक जांच के लिए भी भेज दिया है. सीडीआर जांच में पुलिस को 10 संदिग्ध फोन नंबर भी मिले हैं, जिनपर वो काफी समय तक बात करता था. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
Posted By: Thakur Shaktilochan