बिहार सरकार में पशुपालन मंत्री मुकेश सहनी के एक बयान को लेकर राज्य में सियासी पारा चढ़ गया है. मुकेश साहनी ने एनडीए की बैठक का बहिष्कार करते हुए कहा कि हमें और मांझी जी को कोई ठोस फैसला लेना होगा. हालांकि सहनी चार घंटे बाद ही अपने इस बयान का डैमेज कंट्रोल करने में जुट गए.
प्रेस वार्ता करते हुए पशुपालन मंत्री मुकेश सहनी (Mukesh Sahani) ने कहा कि बिहार में सीएम नीतीश के नेतृत्व में सरकार अच्छे तरीके से चल रही है. मेरी नाराजगी एक दो मुद्दे पर है. बाकी मैं एनडीए के साथ मजबूती से खड़ा हूं. वहीं इस्तीफा देने के सवाल पर मुकेश सहनी ने कहा कि मैं इस्तीफा किसको दूंगा. यह हम लोगों की सरकार है और अपने पांव पर हम खुद कुल्हाड़ी कैसे मारेंगे.
योगी सरकार पर निशाना– मुकेश सहनी ने कहा कि सन ऑफ मल्लाह (Son Of Mallah) का डर यूपी सरकार में दिखा. वाराणसी में योगी सरकार ने हमें रोकने के लिए 5000 पुलिस की तैनाती की. हमारे कार्यकर्ताओं को रोका गया. मुकेश साहनी ने कहा कि योगी सरकार का यह डर मुझे अच्छा लगा.
सहनी ने आगे कहा कि बिहार से बाहर एनडीए (NDA) के साथ हमारा संग नहीं है. हम आने वाले दिनों में झारखंड और यूपी में मजबूती से चुनाव लड़ेंगे. उन्होंने कहा कि योगी जी पीएम के बात का नहीं पालन करते हैं. उन्हें एक जाति के विकास से बाहर आना होगा.
मुकेश सहनी ने आगे कहा कि अगर मेरे जाने से वहां की कानून व्यवस्था भंग होती है, तो योगी जी सीएम क्यों बने बैठे हैं. योगी जी अगर कानून व्यवस्था सही नहीं कर सकते हैं और लोगों को सुरक्षा नहीं दे सकते हैं तो इसपर सोचा जाना चाहिए.
एनडीए की बैठक को बहिष्कार करने के सवाल पर मुकेश सहनी ने कहा कि यहां पर चार दलों की सरकार है, लेकिन देखा जाता है कि दो ही दलों की बात सरकार में चल रही है. ऐसे में मैं कैसे बैठक में जाता. उन्होंने आगे कहा कि सबको इसपर बैठकर बातचीत करनी चाहिए.
क्या दिया था बयान– मुकेश साहनी ने बैठक का बहिष्कार करते हुए कहा था कि सरकार में हमारी बातें नहीं सुनी जा रही है. ऐसे मीटिंग में हम क्यों जाएंगे. पशुपालन मंत्री ने आगे कहा कि मुझे और मांझी जी को कोई और फैसला लेना पड़ेगा.
Posted By : Avinish Kumar Mishra