मुकेश सहनी बिहार की सियासत में एकबार फिर चर्चे में हैं. वीआईपी पार्टी के निशाने पर भाजपा एकबार फिर से है. एक तरफ जहां यूपी चुनाव 2022 को लेकर दोनों दलों में गरमाहट है वहीं अब बिहार की सियासत में भी एकबार फिर एनडीए गठबंधन के अंदर रार सामने आया है.
बोचहां सीट पर उम्मीदवारी को लेकर बात यहां तक आ गयी है कि मुकेश सहनी अब गठबंधन तोड़ने तक की धमकी दे रहे. वहीं राजद उन्हें लालू यादव के विचारधारा का बताकर नयी उम्मीद पाले हुए है. मुकेश सहनी ने तेजस्वी यादव को अपना छोटा भाइ बताकर भविष्य की भी बात कही है. साथ ही नीतीश कुमार के साथ ही चलने की बात कहकर राजनीतिक पंडितों को भी उलझाए रखा है.
बिहार में अभी एनडीए के अंदर खटर-पटर जारी है. पहले भाजपा और जदयू आमने-सामने हुई और अब मुकेश सहनी से भाजपा के नेताओं की कहासुनी शुरू हो गयी है. हाल में ही बोचहां के वीआईपी पार्टी के विधायक का निधन हुआ तो सीट खाली हुई. अब इस सीट को लेकर दावेदारी ने सियासी भूचाल लाया है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मुकेश सहनी ने ये तक कह दिया है कि भाजपा का शीर्ष नेतृत्व अगर यहां अपने उम्मीदवार की घोषणा करता है तो वीआईपी पार्टी गठबंधन से अलग हो जाएगी.
बता दें कि बिहार सरकार के वन पर्यावरण मंत्री व भाजपा नेता नीरज कुमार बबलू ने वीआईपी नेता व मंत्री मुकेश सहनी पर हमला बोला था और गठबंधन से अलग होने की धमकी को गीदड़ भभकी कहा था. भाजपा नेता ने ये चैलेंज भी कर दिया कि वो समर्थन वापसी की बात कह रहे हैं तो देर ना करें और आगे बढ़े. या तो ऐसे धमकी से बचें.
इधर राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के फॉलोअर होने और तेजस्वी यादव की भी तारीफ करके मुकेश सहनी ने अलग संकेत दिये तो राजद नेताओं ने भी उन्हें अब अपना ही साथी बताना शुरू कर दिया. राजद से मुकेश सहनी की करीबी को देखते हुए जदयू के जय कुमार सिंह ने कहा राजद के नेताओं को वो दिन याद करना चाहिए जब विधानसभा में सीट शेयरिंग के दौरान मौर्या लोक में मुकेश सहनी को बेइज्जत किया था और गठबंधन से अलग रखा था.
Posted By: Thakur Shaktilochan