मुकेश सहनी ने गृहमंत्री अमित शाह को लिखा पत्र, पुराना वादा याद दिलाते हुए कहा उधार चुकता करे भाजपा

बिहार सरकार के पूर्व मंत्री और विकासशील इंसान पार्टी प्रमुख मुकेश सहनी ने भाजपा को पुराना वादा याद दिलाते हुए वादे के मुताबिक एक सीट का उधार चुकता करने के लिए कहा है. पूर्व मंत्री ने देश के गृह मंत्री और भाजपा के पूर्व अध्यक्ष अमित शाह को एक पत्र भी लिखा है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 7, 2022 6:44 PM

बिहार विधान परिषद चुनाव के लिए राजद के बाद जदयू ने भी उम्मीदवार के नाम का ऐलान कर दिया है. इस बीच बिहार सरकार के पूर्व मंत्री और विकासशील इंसान पार्टी (VIP) प्रमुख मुकेश सहनी ने भाजपा को पुराना वादा याद दिलाते हुए वादे के मुताबिक एक सीट का उधार चुकता करने के लिए कहा है. इस संबंध में पूर्व मंत्री ने देश के गृह मंत्री और भाजपा के पूर्व अध्यक्ष अमित शाह को एक पत्र भी लिखा है.

1 एमएलसी की सीट देने का वादा

सहनी ने भाजपा के किए वादे को याद दिलाते हुए पत्र में कहा है कि विधानसभा चुनाव 2020 के समय वीआईपी एनडीए का हिस्सा थी. वीआईपी को गठबंधन में शामिल करने के समय 11 विधानसभा सीट एवं 1 एमएलसी की सीट देने का वादा भाजपा की तरफ से किया गया था.

एमएलसी की सीट निषाद समाज को दी जाए 

पूर्व मंत्री ने बताया कि उस समय भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के साथ पटना में एक प्रेस कॉन्फ्रेन्स आयोजित कर हमने जनता के बीच भी इस समझौते को रखा था. उन्होंने भाजपा को याद दिलाते हुए आगे कहा कि मैंने चुनाव के दौरान जनता से वादा किया था की एमएलसी की सीट निषाद समाज की उप जाति नोनिया समाज के किसी प्रतिनिधि को दिया जाएगा.

वीआईपी एनडीए का हिस्सा नहीं

सहनी ने अपने पत्र में लिखा है कि आज वीआईपी एनडीए का हिस्सा नहीं है. लेकिन, मुझे अपने समाज से किया हुआ वादा पूरा करना है. इस दौर में भाजपा को भी वीआईपी के साथ किया हुआ वादा पूरा करना चाहिए, जिससे नोनिया समाज को वाजिब हक़ मिल सके.

एक एमएलसी सीट वीआईपी को दी जाए

पत्र के अंत में सहनी ने अनुरोध करते हुए गृह मंत्री से कहा कि हाल में होने वाले विधान परिषद चुनाव में एक एमएलसी सीट वीआईपी को दी जाए, जिससे वह वरिष्ठ सहयोगी को एमएलसी बनाकर नोनिया समाज से किया हुआ अपना वादा पूरा कर पाएं.

भाजपा अपने वादे से पीछे नहीं हटेगी

सहनी ने विश्वास जताया है कि भाजपा अपने वादे से पीछे नहीं हटेगी और अपना उधार चुकता करेगी. उन्होंने उदाहरण देते हुए भी कहा कि अगर कोई व्यक्ति कोई वस्तु भी उधार लेता है तो मनमुटाव होने के बाद भी व्यवहारिकता का पालन करते हुए समय के मुताबिक उस वस्तु को लौटा देता है.

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