संवाददाता, पटना
पटना विश्वविद्यालय को पीएम उषा योजना के तहत स्वीकृत की गयी 100 करोड़ रुपये की राशि से रिसर्च वर्क को बढ़ावा देने के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर कंस्ट्रक्शन और रेनोवेशन में 63 करोड़ रुपये की राशि खर्च की जायेगी. इंफ्रास्ट्रक्चर कंस्ट्रक्शन में सबसे महत्वपूर्ण मल्टीपपर्स भवन का निर्माण करना है. इस भवन में रिसर्च में उपयोग होने वाले इंस्ट्रूमेंट रखने की व्यवस्था होगी. इसमें 18-20 करोड़ रुपये की लागत से विभिन्न सोफिस्टिकेटेड और हाइटेक इंस्ट्रूमेंट की खरीदारी की जायेगी. इसके साथ ही भवन में डेटा एनालिसिस के लिए अलग से फ्लोर तैयार किया जायेगा. इसके अलावा मल्टीपपर्स भवन में सेंट्रलाइज कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट आयोजित कराने के लिए आइसीटी लैब का निर्माण किया जायेगा. आइसीटी लैब में बड़ी संख्या में कंप्यूटर सिस्टम इंस्टॉल किये जायेंगे. मल्टीपपर्स भवन में इंक्यूबेशन सेंटर के लिए भी अलग से एक फ्लोर होगा. 10 हजार वर्गफुट में तैयार किये जाने वाले इंक्यूबेशन सेंटर में शोधार्थी या विद्यार्थी अपने इनोवेटिव आइडिया को शेयर कर सकते हैं. इसके साथ ही नये इनोवेटिव प्रोजेक्ट को डिस्पले कर सकते हैं. इंक्यूबेशन सेंटर, आइसीटी लैब और उपकरणों की खरीदारी के लिये 32 करोड़ रुपये खर्च किये जायेंगे. इसके अलावा इंटरनेशनल, नेशनल कॉन्फ्रेंस, वर्कशॉप और सेमिनार व रिसर्च से जुड़े अन्य शैक्षणिक कार्यक्रम के लिए 3 करोड़ 80 लाख रुपये खर्च किये जायेंगे.सायंस कॉलेज में बनेगा लेक्चर कैप्चरिंग
स्टूडियो
सायंस कॉलेज स्थित वोकेशनल बिल्डिंग में नया लेक्चर कैप्चरिंग स्टूडियो तैयार किया जायेगा. इस स्टूडियो के माध्यम से विभिन्न विभागों के शिक्षक अलग-अलग टॉपिक पर लेक्चर रिकॉर्ड कर सकेंगे. विद्यार्थियों को ऑनलाइन पढ़ाई की सुविधा देने के उद्देश्य से स्टूडियो तैयार किया जायेगा. इस स्टूडियो की मदद से शिक्षक लेक्चर रिकॉर्ड करने के साथ ही उसे यू-ट्यूब पर अपलोड भी कर सकेंगे. इसके अलावा विश्वविद्यालय को मिले रूसा फंड से 2 करोड़ 38 लाख रुपये की लागत से इंस्ट्रूमेंट फैसिलिटी के तहत विभिन्न इंस्ट्रूमेंट की खरीदारी की जायेगी.B
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