– पहले चरण में चयनित 974 भवनहीन और भूमिहीन थानों में से 643 थाना भवन हुए तैयार, शेष दिसंबर 2025 तक होगा पूरा – अगले चरण में पुराने थानों के छोटे भवनों की जगह नया पैटर्न आधारित थाना भवनों के निर्माण की तैयारी संवाददाता, पटना सूबे के पुराने पुलिस थानों के भवनों की सूरत बदलेगी. इन पुराने भवनों की जगह पर आधुनिक जरूरतों के हिसाब से मल्टी स्टोरेज थाना भवनों का निर्माण किया जायेगा. इन थानों में अलग वर्क स्टेशन के साथ ही गवाहों से पूछताछ, अनुसंधान और रिकॉर्ड रखने को अलग-अलग कमरे होंगे ही, पुलिसकर्मियों के रहने की सुविधा भी दी जायेगी. पहले चरण में करीब तीन चौथाई भवनहीन और भूमिहीन थाना भवनों का निर्माण पूरा किये जाने के बाद बिहार पुलिस भवन निर्माण निगम ने इस दिशा में कवायद शुरू कर दी है. नयी पहल से राजधानी के कोतवाली व कंकड़बाग समेत विभिन्न जिलों में मौजूद पुराने थाना भवनों की जमीन पर ही नये भवन तैयार होंगे. 70 फीसदी नये थाना भवन बन कर हुए तैयार जानकारी के मुताबिक राज्य के करीब 70 प्रतिशत नये थाना भवन बनकर तैयार हो चुके हैं. बाकी 30 प्रतिशत थाना भवनों का निर्माण कार्य भी 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. विभागीय आंकड़ों के अनुसार, राज्य में 974 भवनों के निर्माण की स्वीकृति दी गयी थी, जिसमें 643 थाना भवनों का निर्माण पूरा किया जा चुका है. वहीं, 230 थाना भवन निर्माणाधीन हैं, जबकि 45 थाना भवनों के लिए निविदा आमंत्रित की गयी है. दो दर्जन थाना भवनों का निर्माण विवादित स्थल होने के कारण अटका है, जबकि 10 थाना भवनों का निर्माण स्थल अनुपयुक्त होने के कारण लंबित है. आधा दर्जन थाना भवनों के लिए स्थल अनुपलब्ध है, जिसके लिए जमीन चिह्नित करने का काम जारी है. नये अधिसूचित साइबर व ट्रैफिक थानों का भी होगा निर्माण राज्य सरकार ने हाल ही में 28 नये ट्रैफिक थाने और सभी 44 पुलिस जिलों में नये साइबर थाना अधिसूचित किये हैं. इनके लिए नये भवन निर्माण की जिम्मेदारी भी पुलिस भवन निर्माण निगम पर होगी. नये साइबर थाना भवनों में अत्याधुनिक लैब आदि की भी व्यवस्था होगी. चार जिलों में पर्यटन थाना भी बनाया जाना है. वर्तमान में राज्य में 184 नक्सल थानों को बनाये जाने की स्वीकृति है, जिसमें 157 का निर्माण पूरा हो चुका है, जबकि 23 निर्माणाधीन हैं. इसी तरह 413 आदर्श पुलिस थानों में 154 का निर्माण पूरा हो चुका है, जबकि 184 निर्माणाधीन हैं. इसके अलावा 55 रेल थाने, 21 ग्रामीण थाने और 16 ट्रैफिक थाने भी निर्माण की प्रक्रिया में है.
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