मुंगेर के तस्करों ने उत्तर प्रदेश में खोल रखी थी मिनी गन फैक्ट्री, मैनपुरी से नौ युवक गिरफ्तार

मुंगेर के अवैध हथियार तस्कर की खोज में जुटी बिहार पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने उत्तर प्रदेश के मैनपुरी में अवैध मिनीगन फैक्ट्री खोज निकाली है. इसका संचालन बिहार के मुंगेर मॉडल पर किया जा रहा था.

By Prabhat Khabar News Desk | July 11, 2022 6:27 AM

पटना. मुंगेर के अवैध हथियार तस्कर की खोज में जुटी बिहार पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने उत्तर प्रदेश के मैनपुरी में अवैध मिनीगन फैक्ट्री खोज निकाली है. इसका संचालन बिहार के मुंगेर मॉडल पर किया जा रहा था. एसटीएफ ने इस मिनीगन फैक्ट्री में हथियार बनाने वाले उपकरण सहित कई अर्द्धनिर्मित अवैध हथियार बरामद किये हैं. इसके साथ ही मुंगेर के तीन हथियार तस्कर समेत कुल नौ लोग गिरफ्तार भी किये गये.

इसकी भनक यूपी पुलिस को भी नहीं थी

बिहार एसटीएफ सेमिली जानकारी के मुताबिक मैनपुरी के कोतवाली थाना इलाके में बिहार के मुंगेर के हथियार तस्करों की मदद से अवैध रूप से हथियार बनाने की फैक्ट्री चल रही थी. इसकी भनक यूपी पुलिस को भी नहीं थी. मुंगेर के हथियार तस्कर की खोज में निकली बिहार एसटीएफ ने एक गुप्त सूचना पर स्थानीय पुलिस के साथ मिल कर संबंधित इलाके में छापेमारी कर मिनीगन फैक्ट्री का खुलासा किया.

ये सामान हुए बरामद

7.65 एमएम का एक पिस्टल, एक देशी पिस्टल, दो गोली, 58 पीस अर्द्धनिर्मित पिस्टल, 26 बैरल, 34 पीस पिस्टल का बट ग्रीप, 38 पीस लोहे का चादर, 4 पिस्टल फिनिशर, वेल्डिंग मशीन 1, ड्रील मशीन 2, 1 ग्राइंडर मशीन, 1 शेप मशीन, 1 लेथ मशीन, 75 पिस्टल स्प्रिंग, पिलास 3, 7 हैमर, 25 रेती, 8 लोहे का रड, फायरिंग पीन 10, ग्रुब्ज मेकिंग मशीन 56 पीस, हेक्सा ब्लेड 20, साइकिल फ्रॉग मैग्जीन बनाने वाली मशीन 2 और 2 पीस छेनी.

ये हुए गिरफ्तार

जिन नौ लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है, उनमें बिहार के जमालपुर, मुंगेर का सोनू शर्मा, इस्ट कॉलोनी का मदन शर्मा और रामनगर, मुंगेर का मोहित कुमार शामिल है. एसटीएफ इन तीनों में से एक को तलाश रही थी. इनके अलावा उत्तर प्रदेश के मैनपुरी के पंकज, बबलू उर्फ मोहर सिंह, शैलेंद्र सिंह, शिवम कुमार, शैकी यादव और ललित उर्फ बिनू को भी गिरफ्तार किया गया. एसटीएफ के अधिकारी इनसे पूछताछ कर रहे हैं. इनके कनेक्शन को खंगाला जा रहा है.

25 हजार में बेचते थे पिस्तौल

पकड़े गये आरोपित पंकज कुमार ने बताया कि पहले तक वह जाली नोटों के कारोबार में था और इसी मामले में पश्चिम बंगाल की एक जेल में बंद था. यहां अवैध असलहा बनाने वाले मुंगेर के कुछ कारीगर भी बंद थे और उन्हीं लोगों ने मुंगेर के सोनू शर्मा से मुलाकात करायी. जेल से छूटने के बाद पंकज ने मैनपुरी में 75 हजार रुपये के किराये पर मकान लिया और जेल में मिले मुंगेर के लोगों समेत अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर अवैध असलहा बनाने के कारोबार में जुट गया. यहां मदन शर्मा, सोनू शर्मा और मोहित कुमार बंदूक बनाते थे. एक पिस्तौल करीब 25 हजार रुपये में बिक जाती थी.

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