पीट-पीटकर की पत्नी की हत्या, अपराध छिपाने के लिए लाश को जमीन में गाड़ा
जानीपुर के माधोपुर निवासी बबलू पासवान ने पत्नी सुनीता देवी (25) को पहले पीटा और फिर गला दबाकर मार डाला. फिर उसकी लाश को पुनपुन नदी के किनारे जमीन में गाड़ दिया. हत्या के बाद बबलू पासवान अपनी डेढ़ साल की बेटी को लेकर पूरे परिवार के साथ फरार हो गया
फुलवारीशरीफ : जानीपुर के माधोपुर निवासी बबलू पासवान ने पत्नी सुनीता देवी (25) को पहले पीटा और फिर गला दबाकर मार डाला. फिर उसकी लाश को पुनपुन नदी के किनारे जमीन में गाड़ दिया. हत्या के बाद बबलू पासवान अपनी डेढ़ साल की बेटी को लेकर पूरे परिवार के साथ फरार हो गया. इसका खुलासा दूसरे दिन उस वक्त हुआ जब मृतका के परिजन उसके घर पहुंचे तो वहां कोई नहीं था. इसके बाद ग्रामीणों से बातचीत में इतना पता चला की रात में सुनीता देवी की बेरहमी से पिटाई हो रही थी.
मामले की गंभीरता को भांपते हुए पुलिस को खबर की. मौके पर पहुंची पुलिस ने मायके वालों से पूछताछ में जानकारी हासिल की. तो पता चला की दहेज के लिए मारपीट, जान से मारने की धमकी मिलती थी. हत्या का कारण बाइक और सोने की चेन की डिमांड पूरा नहीं होना बताया जा रहा है. गुप्तचर की सहायता से पुलिस ने लाश को खोजने के लिए तलाशी अभियान चलाया और अधपा गांव के पास से नदी किनारे जमीन में गड़ा हुआ शव बरामद किया. पुलिस ने डेड बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए पीएमसीएच भेज कर हत्यारोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है.
जानकारी के मुताबिक चार साल पहले पुनपुन के जयराम पासवान की बहन सुनीता देवी की शादी माधोपुर में बबलू पासवान के साथ हुई थी. शादी के बाद दंपती को एक बेटी भी हुई. पुलिस को दिये बयान में मृतका सुनीता देवी के परिजनों ने बताया है कि शादी के बाद से ही दहेज के लिए मारपीट और जान से मारने की धमकी दी जाती थी. सुनीता ने अपने मायके वालों को कई बार बताया था कि दहेज में बाइक और चेन की डिमांड हो रही है. डिमांड को पूरा नहीं करेंगे तो जान से मार देंगे.
कई बार परिजनों ने पंचायती कर मामले को सलटाने की कोशिश की थी लेकिन फिर थोड़े दिन बाद डिमांड शुरू हो जाती. थानेदार राजीव रंजन ने बताया कि हत्या की वारदात को पति बबलू पासवान ने अपने घर वालों की मदद से मंगलवार की देर रात को अंजाम दिया. पिटाई और गला दबाकर मारने के बाद शव बोरे में भर नदी किनारे जमीन में गाड़ कर फरार हो गया.
गांव में इसकी दबी जुबान चर्चा हो रही थी लेकिन किसी ने पुलिस को खबर नहीं की. जब मायके वालों को किसी ने सूचना दी तब वह माधोपुर पहुंच गये. इसके बाद पुलिस टीम पहुंच सोर्सेस और कुछ ग्रामीणों से मदद लेकर लाश को नदी किनारे से बरामद किया. मृतका के परिजनों ने पति बबलू पासवान के साथ सास और दो भैंसुर को नामजद कराया है.