बिहटा-मनेर थाना क्षेत्र के सीमा पर चौरासी गांव के सोन नदी के समीप शनिवार को पेड़ से लटकता लापता मजदूर का शव मिलने से इलाके में सनसनी फैल गयी. घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और लोगों की मदद से शव को उतार उसकी पहचान की गयी. मृतक वैशाली जिले के लालगंज थाना अंतर्गत बलहा गांव के सकलदेव साहनी का 45 वर्षीय बेटा भागीरथ साहनी था. परिजनों ने उनकी हत्या कर साक्ष्य को छुपाने के उद्देश्य से पेड़ पर शव को लटका कर आत्महत्या करने का आरोप लगाया है.
मिली जानकारी के मुताबिक मृतक वैशाली के बलहा निवासी भागीरथ साहनी अपनी ससुराल मनेर के इस्लाम गंज निवासी रामू साहनी के यहां रह कर मजदूरी करता था. बीते दो दिनों पूर्व गुरुवार को भी वह नाव से बालू उतारने के लिए गया था. देर शाम तक घर वापस नहीं लौटने पर परिजनों ने खोजबीन शुरू की. लेकिन उनका कुछ पता नहीं चलने पर मनेर थाने से लापता होने की शिकायत करते हुए अनहोनी की आशंका व्यक्त की थी. शनिवार को उसका शव बिहटा थाना क्षेत्र के पथलौटिया बालू घाट पर लटका पाया गया.
मृतक के बेटे चुन्नू साहनी ने बताया कि पिताजी नाव पर रहकर मजदूरी करते थे. मजदूरी करने के बाद वह दो दो दिनों से घर वापस नहीं लौटे थे. किसी तरह से हम लोगों को जानकारी की पिताजी की हत्या कर पेड़ से शव को लटकाकर साक्ष्य छुपाने के लिए आत्महत्या की रूप दिया गया. इस मामले में नाव मालिक सहित अन्य लोगों पर नामजद करते हुए हत्या की मामला दर्ज कराया गया है. बिहटा थानाध्यक्ष ऋतुराज सिंह ने बताया कि पेड़ से लटकते हुआ एक मजदूर का शव बरामद किया गया है. इस मामले में मृतक के परिजनों ने एक को नामजद करते हुए छह लोगो पर हत्या का मामला दर्ज कराया है.
मसौढ़ी. घर से कोचिंग के लिए निकली 15 वर्षीया किशोरी पांच दिन बीत जाने के बाद भी घर नहीं लौटी. ऐसे में उसके परिजन किसी अनहोनी की घटना से आशंकित हैं. मामला मसौढ़ी थाना क्षेत्र के एक मोहल्ले का है. किशोरी के पिता ने थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है. उन्होंने पुलिस को बताया है कि उनकी बेटी बीते 28 फरवरी की सुबह घर से कोचिंग के लिए निकली थी और घर नहीं लौटी. पुलिस मामले की जांच में जुट गयी थी.